Zomato Swiggy Private Labeling Issue: देश भर के रेस्तरां के मालिकों ने ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म- जोमैटो और स्विगी को लेकर चिंता जताई है। रेस्तरां मालिकों ने कहा है कि यह कंपनियां प्राइवेट लेबलिंग और डाइनिंग-इन में भी आ रही हैं। बुधवार को नेशनल रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) की ओर से एक टाउन हॉल कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें रेस्तरां मालिकों ने आरोप लगाया कि जोमैटो के “बिस्ट्रो” (जो ब्लिंकिट के तहत आता है) और स्विगी के “स्नैक” जैसे वेंचर्स थर्ड पार्टी किचन में तैयार किए गए फूड प्रोडक्ट्स को प्राइवेट लेबल लगाकर बेच रहे हैं और इस वजह से ग्राहक रेस्तरां से दूर जा रहे हैं।
टाऊन हॉल में मौजूद NRAI के अध्यक्ष और WOW! मोमोज़ के सीईओ सागर दरयानी ने कहा कि 10 मिनट में खाना डिलीवर करने वाले ऐप बिस्ट्रो और स्नैक की वजह से रेस्तरां के लिए बहुत बड़ी चुनौती खड़ी हो रही है।
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उन्होंने कहा कि यह थर्ड पार्टी कॉमर्शियल किचन से फूड प्रोडक्ट बनवा रहे हैं और उन्हें अपना लेबल लगाकर बेच रहे हैं। उनके पास हमारा सारा डेटा है। उन्हें किसी ग्राहक को जोमैटो पर समोसा, चाय, बिरयानी या मोमोज का आर्डर करना हो तो वे उसे बिस्ट्रो पर शिफ्ट कर सकते हैं क्योंकि उनके सामने कमीशन को लेकर कोई दबाव नहीं है।
भारी छूट के जरिए ग्राहकों को खींच रहे ऐप
दरयानी ने यह भी बताया कि फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो और स्विगी डाइनिंग-इन स्पेस में भी आ गए हैं, जहां वे रिज़र्वेशन पर कमीशन ले रहे हैं और भारी छूट के जरिए ग्राहकों को अपनी ओर खींच रहे हैं। दरयानी ने कहा कि आज वे 3-5 प्रतिशत चार्ज कर रहे हैं, कल वे इसे 7 और 10 प्रतिशत और 15 प्रतिशत कर देंगे। ऐसे में आप उन पर भरोसा नहीं कर सकते। वे केवल दिखावा करते हैं।
इम्प्रेसारियो एंटरटेनमेंट एंड हॉस्पिटैलिटी प्रा. लि. के सीईओ रियाज़ अमलानी ने सुझाव दिया कि रेस्तरां को सीधे डाइनिंग करने वाले ग्राहकों को बेहतर डील देनी चाहिए बजाय एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से उन तक पहुंचने के।
औसत ऑर्डर वैल्यू और वॉक-इन पर सवाल
रियाज अमलानी ने कहा कि जून से अब तक हमने देखा कि हमारे डाइनिंग-इन ट्रैफिक का 20% एग्रीगेटर बिजनेस से आ रहा है और यह बहुत बड़ा हिस्सा है। उन्होंने कहा कि अगर वे 20% कैप्चर कर सकते हैं तो एक साल में यह 40% हो जाएगा लेकिन क्या हमारे औसत ऑर्डर वैल्यू (AOV) बढ़े हैं?, क्या हमारे वॉक-इन बढ़े हैं? उन्होंने खुद ही दोनों सवालों का जवाब दिया और कहा कि ऐसा नहीं हुआ है।
2021 में NRAI ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के सामने एक याचिका दायर की थी जिसमें जोमैटो और स्विगी पर बाजार में अपने पदों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया था।
जोमैटो के सीईओ ने लिखी चिट्ठी
रेस्तरां के मालिकों की इस चिंता के जवाब में जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने रेस्तरां मालिकों को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में दीपिंदर गोयल ने कहा है कि बिस्ट्रो रेस्तरां उद्योग के लिए कोई खतरा नहीं है। गोयल ने लिखा है कि बिस्ट्रो कोई ‘प्राइवेट लेबल’ या ‘जोमैटो किचन’ नहीं है। जोमैटो ने कभी भी फिजिकल रेस्तरां नहीं खोला है और न ही जोमैटो का उपयोग किचन के लिए डिस्ट्रीब्यूशन चैनल के रूप में किया जाएगा।
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