दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार (1 अप्रैल) चुनाव आयोग से ‘गड़बड़ी वाले’ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के मामलों की जांच करने और उसके सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर उसे ‘भाजपा के पक्ष में किये जाने’ की आशंका की जांच का आग्रह किया। केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी से मुलाकात की और देश में एक बार फिर से मत पत्रों के जरिये चुनाव कराये जाने की मांग की। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग का यह दावा पूरी तरह ‘गलत’ है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है।

गौरतलब है कि मीडिया के एक वर्ग में चल रही खबर में दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश के भिंड में वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) के डेमो के दौरान कोई भी बटन दबाने पर भाजपा की पर्ची निकल रही थी। भिंड में अगले सप्ताह विधानसभा उपचुनाव होना है।

केजरीवाल ने कहा कि अगर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हो सकती है तो इससे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल पैदा होता है।

बैठक के बाद आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा, ‘‘हम बार-बार दोहराते रहे हैं कि बड़े पैमाने पर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हो रही है। मध्य प्रदेश में कल की घटना ने सबको चकित कर दिया है और चुनावों की निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।’’

पंजाब विधानसभा चुनावों के परिणामों की घोषणा के बाद केजरीवाल ने आशंका जतायी थी कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की वजह से उनकी पार्टी की हार हुई।