भारत में 17वीं लोकसभा का गठन हो चुका है। केंद्र में लगातार दूसरी बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी। डॉ. एस. जयशंकर को देश का विदेश मंत्री बनाया गया है। एस. जयशंकर भी पिछले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की राह पर चल रहे हैं। टि्वटर पर मदद मांगने वालों को तुरंत सहायता उपलब्ध करने का आश्वासन दे रहे हैं।
टि्वटर यूजर रिंकी @Rinky43110125 ने एस. जयशंकर को टैग करते हुए ट्वीट किया, “मुझे आपकी मदद चाहिए। मेरी बेटी 2 साल की है। मैं छह महीने से संघर्ष कर रही हूं। कृप्या मेरी मदद करें। मुझसे संपर्क करें। वह अमेरिका में है और मैं भारत में हूं। मैं आपके जवाब की प्रतीक्षा में हूं।” इसके जवाब में एस. जयशंकर ने लिखा, “हमारे राजदूत हर्ष वी श्रृंगला काम पर हैं। अमेरिका में स्थित भारतीय दूतावास के साथ अपनी पूरी जानकारी साझा करें।” इसके बाद रिंकी ने रिप्लाई किया, “आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे मिस्टर हर्ष श्रृंगला और विनायक चव्हाण का फोन आया। मैं अभी पूरी जानकारी उन्हें दे रही हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं अपनी बेटी को जल्द से जल्द अपने पास वापस लाऊंगी।”
एस. जयशंकर के टि्वटर हैंडल पर गौर करें तो कई लोग उनसे यहां मदद मांग रहे हैं और वे सभी को उचित जवाब दे रहे हैं। अफीम @Afim45538113 ने लिखा, “सर, मेरी मदद करें। मेरे पति को भारत वापस भेजने के लिए विदेश मंत्रालय की मंजूरी के लिए मेरा मामला भारतीय दूतावास कुवैत में लंबित है। आपसे अनुरोध है कि इस मामले को देखें और अपनी स्वीकृति प्रदान करें। मैं चाहती हूं कि मेरे पति भारत वापस आ जाएं और वह कुवैत में रहने और बचने के लिए अदालत के समन का जवाब नहीं दे रहे हैं। न ही उनके माता-पिता ने मुझे उनके साथ रहने की अनुमति दी है।” इसके जवाब में जयशंकर ने लिखा, “कुवैत में हमारा दूतावास पहले से ही इस पर काम कर रहा है। कृपया उनके साथ संपर्क में रहें।”
टि्वटर यूजर महालक्ष्मी @maha_sid ने लिखा, “मैं अपने परिवार के साथ जर्मनी और इटली की यात्रा पर हूं। अब मैं इटली में मुसीबत में हूं। मेरे, मेरे पति और मेरे बेटे का पासपोर्ट मेरे बैग के साथ चोरी हो गया। हम 3जून तक म्यूनिख जा रहे हैं और 6 को भारत आ रहे हैं। कृपया मदद कीजिए।” इस पर जयशंकर ने लिखा, “रोम में हमारा दूतावास/म्यूनिख में महावाणिज्यदूत सभी तरह की सहायता करेंगे। कृपया उनके साथ संपर्क में रहें।”