PM Modi Interview: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पहले चरण की वोटिंग होने में महज 4 दिन का वक्त बचा है। इसके पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि उन्होंने चुनाव से पहले ही अगले 100 दिनों के विकास का रोडमैप तैयार कर रखा है।

पीएम मोदी से सवाल पूछा गया कि अभी चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग भी नहीं हुई है लेकिन उन्होंने अगले कार्यकाल के 100 दिनों के प्लान को कैसे तैयार कर लिया है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव की वजह से देश का काम नहीं रुकना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा विजन 2047 का है।

पीएम मोदी ने कहा है कि 2047 के विजन के लिए मेरी सरकार का अगला 5 साल का कार्यकाल अहम है। इसी तरह 5 साल के कार्यकाल के लिए पहले 100 दिन बेहद अहम है। इसीलिए हमने पहले ही अधिकारियों को 100 दिनों के कामकाज का टास्क दे दिया है, जिससे चुनाव के चलते विकास कार्य न बाधित हो।

दस साल का काम था बस एक ट्रेलर

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले चुनाव में भी हमने ऐसा ही किया था। उन्होंने कहा कि 2019 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद हमने 100 दिनों में ही अनुच्छेद 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक को खत्म करने के काम किए थे। कुछ इसी तरह हम चुनाव के पहले अधिकारियों को 100 दिन का रोडमैप दे चुके हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि पिछले दस साल में जो भी काम हुए वो तो बस एक ट्रेलर ही थे और अभी सरकार को कई बहुत बड़े-बड़े काम करने हैं।

25 साल का कैसे करें सबसे ज्यादा उपयोग

पीएम मोदी ने कहा कि 2047 और 2024 (लोकसभा चुनाव) दोनों अलग चीजें हैं। इन्हें एक दूसरे से मिलाना नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि जब देश आजादी के 75 साल मना रहा था, मैंने तभी ये कहना शुरू किया था कि 2047 देश की आजादी के 100 साल होंगे। ऐसे जो माइलस्टोन होते हैं वह लोगों में उत्साह भरते है। इस 25 साल का सर्वाधिक उपयोग कैसे करें।

संस्कार में होना चाहिए लोकतंत्र

इसी इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने ने लोकतंत्र को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के 100 साल भारत में एक प्रेरणा जगनी चाहिए। दूसरा है 2024, ये जो चुनाव का क्रम है, वो आया हुआ क्रम है। ये दूसरी चीज है। लोकतंत्र में चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए. इसे उत्सव के रूप में मनाना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव का माहौल अगर हम लोकोत्सव में बदल दें तो यह संस्कार बन जाएगा। लोकतंत्र हमारी रगों में और हमारे संस्कार में होना चाहिए।