प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां एक ओर आयरलैंड के दौरे में बीज़ी हैं वहीं दूसरी ओर उनके आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती बुधवार देर रात ब्रह्मलीन हो गए। वेदांत के ज्ञाता स्वामी दयानंद को उनकी इच्छा पर बुधवार सुबह ही जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल से शीशमझाड़ी स्थित आश्रम लाया गया था।
स्वामी दयानंद सरस्वती का कुशलक्षेम जानने के लिए बुधवार सुबह से ही आश्रम में अनुयायियों और साधु संतों की कतार लगी हुई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार रात दस बजकर 55 मिनट पर स्वामी दयानंद ने अंतिम सांस ली। स्वामी दयानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने की सूचना पर काफी संख्या में उनके अनुयायी और साधु संत आश्रम में पहुंच गए।
आपको बता दें कि स्वामी दयानंद सरस्वती का पार्थिव शरीर गुरुवार और शुक्रवार को अंतिम दर्शनों के लिए आश्रम में रखा जाएगा। ख़बर है कि शनिवार को स्वामी दयानंद सरस्वती को विधि विधान से समाधि दे दी जाएगी।

