पठानकोट हमले में शामिल आंतकवादियों की संख्या के मामले में नरेंद्र मोदी सरकार ने यू-टर्न ले लिया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने मंगलवार (29 नवंबर) को लोक सभा में बताया कि पाठनकोट हमले में चार पाकिस्तानी आतंकवादी शामिल थे। हंसराज गंगाराम अहीर ने लोक सभा कांग्रेसी सांसद रावनीत सिंह के एक सवाल के दिए लिखित जवाब में कहा कि पठानकोट में चार पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था। हालांकि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में इस साल जनवरी में हुए पठानकोट हमले में छह पाकिस्तानी आतंकवादियों के शामिल होने की बात कही थी। इंडियन एक्सप्रेस ने इस बाबत दो मार्च को खबर प्रकाशित की थी कि पठानकोट हमले मामले में एनआईए के जांचकर्ताओं को अभी तक केवल चार हमलावरों के शामिल होने के फोरेंसिक सबूत मिले हैं। एनआईए को पठानकोट से चार एके-47 और तीन पिस्टल भी मिले थे।

नेशनल सिक्योरिटी गॉर्ड (एनएसजी) के जवान पठानकोट एयरफोर्स बेस के एक एयरमेन बिलेट पर दो दिनों तक गोलीबारी करते रहे थे। एनएसजी को संदेह था कि वहां दो आतंकवादी छिपे हुए थे। पठानकोट हमले में छह आतंकवादियों के शामिल होने की बात मीडिया में सबसे पहले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा। बाद में एनएसजी ने दावा किया कि बिलेट के अंदर से उन पर गोली चलाई गई और उन्होंने विशेष उपकरणों से कुछ लोगों की बातें भी सुनीं। हालांकि हमले के बाद एनआईए को पूरी तरह नष्ट हो चुके बिलेट के अंदर किसी भी हथियार या विस्फोटक के सुराग नहीं मिले। इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) द्वारा इंटरसेप्ट की गई विभिन्न फोन काल के विश्लेषण से भी यही नतीजा निकला कि पठानकोट हमले में कुल चार आतंकवादी ही शामिल थे।

दो मार्च को इंडियन एक्सप्रेस ने खबर प्रकाशित की थी कि फोरेंसिक दल को पठानकोट एयरबेस में पूरी तरह नष्ट हो चुके बिलेट के मलबे से किसी भी तरह के हथियार, मानव हड्डी या दांत के सुराग नहीं मिले हैं। हालांकि एनएसजी ने दावा किया था कि दो आतंकवादियों के शव मलबे में दबे हुए हैं। ये भी कहा गया कि पठानकोट हमले में शामिल आतंकवादियों की संख्या सुनिश्चित करने के लिए डीएनए टेस्ट कराना होगा। 16 मार्च को राजनाथ सिंह ने लोक सभा में बयान दिया था कि पठानकोट हमले में छह आतकंवादी शामिल थे। सिंह ने सदन में कहा था, “वहां कुछ जले हुए अवशेष मिले हैं। उनकी फोरेंसिक रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट से साफ है कि इमारत के अंदर मौजूद लोग आतंकवादी थे।” सिंह ने रिपोर्ट के हवाले से कहा, “जले हुए अवशेष किसी पुरुष के हैं। हालांकि जले हुए आदमी की पहचान की पुष्टि संभव नहीं हो सकी।” 13 जनवरी को इंडियन एक्सप्रेस ने खबर प्रकाशित की थी कि किस तरह चार जनवरी को “दो घुसपैठियों” की तलाश कर रहे थर्मल इमैजिंग कैमरा लगे हेलीकॉप्टर ने गलती सो दो सूअरों को आतंकवादी समझ लिया था।

इंडियन एक्सप्रेस में दो मार्च को प्रकाशित खबर। (एक्सप्रेस फोटो)
इंडियन एक्सप्रेस में दो मार्च को प्रकाशित खबर। (एक्सप्रेस फोटो)

अहीर द्वारा दिए गए जवाब से गृह मंत्रालय में मंगलवार में काफी बेचैनी रही। मंत्रियों द्वारा संसद में दिए जाने वाले बयान आम तौर पर मंत्रालय के नौकरशाह तैयार करते हैं। मंत्रालय इस बात की पड़ताल कर रहा है कि अहीर द्वारा दिया गया जवाब किस नौकरशाह ने तैयार किया था। पाकिस्तानी मीडिया ने भी इस मुद्दे को लपक लिया है। सूत्रों के अनुसार गृह मंत्रालय बुधवार को संसद में इसमें संशोधन करवा सकता है। सूत्रों के अनुसार सरकार छह आतंकवादियों के शामिल होने के पुराने बयान पर ही कायम रहेगी। अहीर में मंगलार को अपने जवाब में कहा था कि सभी चार आतंकवादी सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए थे और उनके पास से चार एके-47 राइफलें, 32 एके मैगजीन, तीन पिस्टल, सात पिस्टल मैगजीन, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, 40 हैंड ग्रेनेड और एक चाकू बरामद हुए थे।