नैनीताल की रहने वाली नंदा देवी, पर्वतारोही तूसी और अनिल साह की बेटी है। तूसी साह माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली और इंडियन माउंटेनियरिंग फेडरेशन (आइएमएफ) की सदस्य हैं। तुसी के मुताबिक, नंदा देवी ने हाल में 13 हजार फुट की चंद्रशिला चोटी फतह की है।

नंदा देवी का जन्म 6 नवंबर 2017 को हुआ था और वह नैनीताल के आल सेंट्स कालेज में पहली कक्षा में पढ़ती है। महज पांच साल की उम्र में पांच पर्वतारोहण और 13 हजार फुट की ऊंचाई पर पहुंचने वाली पहली बाल पर्वतारोही हैं।उत्तरांचल राज्य में मुख्य देवी के रूप में पूजी जाने वाली नंदा देवी पर उनका नाम रखा गया है।

नंदा देवी पर्वत भारत की दूसरी एवं विश्व की 23वीं सर्वोच्च चोटी है। इससे ऊंची व देश में सर्वोच्च चोटी कंचनजंघा है। नन्दा देवी शिखर हिमालय पर्वत शृंखला में भारत के उत्तरांचल राज्य में पूर्व में गौरीगंगा तथा पश्चिम में ऋषिगंगा घाटियों के बीच स्थित है।नंदा देवी ने मात्र डेढ़ साल की उम्र में 2019 में 10500 फुट पर स्थित डोरिटल से पर्वतारोहण की शुरुआत की थी।

इसके बाद वह 2021 में यमुनोत्री पहुंची और 12500 फुट पर स्थित केदार कंठ ट्रैक किया। वर्ष 2022 में 12500 फुट के त्रिउंड और इंद्रधरा शिविर (धर्मशाला) तक पहुंची। साल 2023 में 12000 फुट पर स्थित तुंगनाथ और 13000 फुट पर स्थित चंद्रशिला शिखर पर फतह हासिल की। तुसी के मुताबिक, पहली बार नंदा ने उनके साथ गंगोत्री का दौरा किया।

तब वह आठ महीने की थी। इसके बाद 2019 में लेह और लद्दाख भी देखा। नंदा का कहना है कि वह अपने माता पिता के सपनों को पूरा कर पर्वतारोहण में विश्व में शीर्ष पर पहुंचना चाहती हैं। माता व पिता से पर्वतारोहण की बारीकियां सीख रहीं हैं। उनका इरादा दुनिया की कई बड़ी पर्वत चोटियों को फतह करने का है। तुसी ने बताया कि पहली बार नंदा ने उनके साथ गंगोत्री का दौरा किया तब वह आठ महीने की थी।

इसके बाद 2019 में लेह और लद्दाख भी देखा। नंदा को पर्वतारोहण के गुर विरासत में मिले हैं। इसलिए वह रोप क्रास, वर्मा ब्रिज, लैडर स्विन आदि साहसिक गतिविधि आसानी से कर लेती हैं।