नागालैंड में तमिलनाडु जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं। वहां सत्ताधारी पार्टी नागालैंड पीपल्स फ्रंट (NPF) के 40 विधायक मुख्यमंत्री टी आर जीलैंग को हटाने की मांग कर रहे हैं। इतना ही नहीं वे लोग विरोध करते हुए पास के राज्य असम के काजिरंगा नेशनल पार्क के एक रिसॉर्ट में रहने के लिए चले गए हैं। वे लोग चाहते हैं कि जीलैंग को हटाकर नाईफ्यू रियो को मुख्यमंत्री बना दिया जाए। नाईफ्यू रियो नागालैंड के पूर्व सीएम हैं और इस वक्त लोकसभा सांसद हैं। उन्हें पिछले साल NPF से निकाल दिया गया था। वह शनिवार की रात को सभी विधायकों से मिलने के लिए काजिरंगा पार्क भी पहुंचे थे। NPF की सरकार को बनाए रखने के लिए विधायकों की मांग है कि जीलैंग को हाटकर रियो को मुख्यमंत्री बना दिया जाए। 60 विधायकों की असेंबली में कोई विपक्ष नहीं है। सभी के सभी डेमोक्रेटिक अलाइंस ऑफ नागालैंड (DAN) गठबंधन के हैं। इसमें 49 NPF, 4 बीजेपी और सात निर्दलीय विधायक हैं।

क्यों की जा रही है जीलैंग को हटाने की मांग : 40 विधायकों को जीलैंग के काम करने का तरीका पसंद नहीं आया। दरअसल वहां शहरी स्थानीय निकायों में महिलाओं को कोटा देने की मांग उठी थी। उसके लिए हुए विरोध प्रदर्शन को जीलैंग ठीक से संभाल नहीं पाए। उसकी वजह से वहां काफी हिंसा हुई। इसको लेकर विधायक नाराज हैं।

सभी विधायक शुक्रवार को काजिरंगा रिसोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने शनिवार को लगभाग सात घंटे तक मीटिंग भी की। उसके बाद तय हुआ कि जीलैंग को हटाकर रियो को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। विधायकों ने NPF के अध्यक्ष शूरहोजीली को पत्र लिखकर मई 2016 को जो ऑर्डर देकर रियो को पार्टी से बाहर किया गया था उसे वापस लेने को भी कहा है। रियो पर तब पार्टी विरोधी गतिविधि करने का आरोप लगा था।