मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले के आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने मीडिया को दिए अपने एक बयान में कहा है कि वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की सोच रहा था और यह लगभग तय हो गया था कि मैं मुजफ्फपुर से चुनाव लड़ूंगा। यह सब उसी की वजह से हो रहा है। किसी भी लड़की ने मेरा नाम नहीं लिया है, चाहे तो आप खुद चेक कर सकते हैं। ब्रजेश ठाकुर ने यह भी कहा कि मधु से उसका कोई संबंध नहीं है। इसकी साजिश कुछ अखबारों ने की है, जो मेरा अखबार बंद कराना चाहते हैं। मेरे अखबार के कारण उनके बिजनेस पर फर्क पड़ रहा है, इसी वजह से यह हो रहा है। ये बाते ब्रजेश ठाकुर ने मामले की सुनवाई के लिए अदालत जाते वक्त कहीं। इसी बीच मुजफ्फरपुर कोर्ट के बाहर एक महिला ने ब्रजेश ठाकुर पर स्याही फेंक दी, जिसके चलते अदालत के बाहर थोड़ी देर के लिए हंगामा हो गया था, लेकिन पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया।

बता दें कि मुजफ्फपुर शेल्टर होम मामले में अन्य आरोपी और ब्रजेश ठाकुर की राजदार मानी जाने वाली मधु अभी भी फरार है। मधु की तलाश में सीबीआई और पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रहीं हैं। बता दें कि ब्रजेश ठाकुर 2 बार पहले भी चुनाव लड़ चुका है। हालांकि दोनों ही बार उसे हार का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद ब्रजेश ठाकुर की राजनैतिक गलियारों में काफी पैठ मानी जाती है। हाल ही में जांच एजेंसियों ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि ब्रजेश ठाकुर और बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा के बीच पिछले 5 महीने में 17 बार मोबाइल पर बातें हुईँ थी। साथ ही ब्रजेश ठाकुर और चंद्रशेखर वर्मा एक बार साथ में दिल्ली के टूर पर भी गए थे।

जांच एजेंसियां अब ब्रजेश ठाकुर के साथ ही अन्य आरोपियों की भी सीडीआर जांच रही हैं, ताकि इस केस से जुड़े कुछ और पहलू सामने आ सकें। वहीं ब्रजेश ठाकुर के साथ अपने पति चंद्रशेखर की बातचीत पर बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने कहा कि राजनीति और सामाजिक जीवन के चलते लोग उन्हें फोन करते हैं। सभी फोन वह अटेंड नहीं करती हैं, बल्कि कुछ फोन उनके पति और ड्राइवर भी रिसीव करते हैं। इसके साथ ही मंत्री मंजू वर्मा ने कहा कि पिछड़ी जाति का होने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।