बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर की घटना पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि वह इस घटना से शर्मसार हुए हैं। सीएम ने इसी के साथ आश्वासन दिया कि पापियों को वह बख्शेंगे नहीं। कोई भी अपराधी छोड़ा नहीं जाएगा। शुक्रवार (तीन अगस्त) को सीएम ने ये बातें कन्या उत्थान योजना के उद्घाटन के दौरान कहीं।
वह बोले, “केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) इस मामले की जांच कर रहा है, जबकि हाईकोर्ट उसकी निगरानी करे।” कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए उन्होंने आगे बताया, ” इस मामले में किसी के प्रति भी ढिलाई नहीं बरती जाएगी। जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें सजा दी जाएगी।”
सीएम के मुताबिक, “हमें इस घटना से बेहद पीड़ा हुई है। व्यवस्था में कमियां होने के कारण ये सब होता है। कुछ लोग मानसिक रूप से विकृत होते हैं, जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। मैं जब तक हूं, समाज सुधार का काम करता रहूंगा। मेरे रहते कानून का राज ही रहेगा।” सीएम ने आगे बताया कि उन्होंने मामले की सारी जानकारी ले ली है। ऐसा आगे से न हो, इसलिए सरकार पारदर्शी तंत्र बनाएगी।
बकौल नीतीश, “समाज इस तरह की घटनाओं के चक्कर में न ही पड़े। व्यवस्था की कोई कमर न तोड़े। मैं आरोपियों को कानून की अदालत में खड़ा करूंगा और दोषियों को उचित सजा दिलाऊंगा।” सीएम ने इसके अलावा कहा कि उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव से इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए संस्थागत तंत्र बनाने के लिए कहा है, जो कि संबंधित विभागों के साथ मिलकर काम करे।
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम (बालिका गृह) में 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हो चुकी है। इससे पहले फरवरी में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टिस्स) की एक टीम ने शेल्टर होम को लेकर एक रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को सौंपी थी। दावा किया गया था कि शेल्टर होम का रख-रखाव ठीक नहीं है। रिपोर्ट में बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतें सामने आई थीं।