दिग्गज गोल्ड लोन कंपनी Muthoot Finanace Limited को इन दिनों केरल में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल कंपनी के कई कर्मचारी इन दिनों सैलरी, इन्सेंटिव आदि की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। इसी बीच मुथुट फाइनेंस ने केरल में अपनी 600 से ज्यादा शाखाओं में से 350 शाखाओं को बंद करने का ऐलान कर दिया है। कंपनी ने बुधवार को राज्य के अखबारों में विज्ञापन देकर अपनी 15 शाखाओं को बंद करने की जानकारी भी दी है।
बता दें कि मुथुट फाइनेंस कर्मचारी यूनियन (MFEU) ने नॉन-बैंकिंग एंड प्राइवेट फाइनेंस इम्पलोइज एसोसिएशन (NPFEA) के बैनर तले बीती 20 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत की थी। कर्मचारियों ने कम सैलरी, कम इन्सेंटिव और विभिन्न कारणों से तन्खवाह के काटे जाने के विरोध में यह हड़ताल बुलायी है। वहीं इस मामले ने राजनैतिक रंग ले लिया है, क्योंकि केरल की सत्ताधारी लेफ्ट पार्टी के कर्मचारी संगठन CITU ने भी इस हड़ताल को अपना समर्थन दे दिया है। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने भी कंपनी की 600 में से 350 शाखाओं में कामकाज बंद होने की पुष्टि की है।
वहीं कंपनी के कुछ कर्मचारी इस हड़ताल का विरोध भी कर रहे हैं। एक कर्मचारी ने द न्यूज माइन्यूट के साथ बातचीत में बताया कि हड़ताल कर रहे कर्मचारी पिछले 2 दशकों से कंपनी के साथ जुड़े हैं। इसका मतलब ये है कि वह कंपनी के साथ खुश हैं। वहीं हड़ताल का समर्थन करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी में मैनेजर लेवल के लोगों की सैलरी अच्छी है, लेकिन निचले स्तर के कर्मचारियों की सैलरी उतनी अच्छी नहीं है। यही वजह है कि वह हड़ताल कर रहे हैं।
वहीं CITU पर आरोप लग रहे हैं कि उसके कार्यकर्ता कंपनी के कर्मचारियों को काम नहीं करने दे रहे हैं। जिसके चलते राज्य में कंपनी का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। CITU के पदाधिकारियों ने कंपनी के कर्मचारियों को काम करने से रोकने के आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा है कि वह सिर्फ हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को अपना समर्थन दे रहे हैं। फिलहाल कर्मचारी यूनियन और मुथुट फाइनेंस लिमिटेड के मैनेजमेंट के बीच सोमवार को एक बार फिर बातचीत होनी है।
एनालिस्टों का कहना है कि मुथुट फाइनेंस लिमिटेड के बिजनेस में केरल के बिजनेस की हिस्सेदारी सिर्फ 4 प्रतिशत ही है। केरल से कंपनी के 12 प्रतिशत कर्मचारी हैं और देशभर की शाखाओं में से 15 प्रतिशत शाखाएं केरल में ही हैं। वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान कंपनी का कुल लोन 40,227 करोड़ रुपए रहा। इसमें से कंपनी को 2103 करोड़ रुपए के लाभ के साथ 7601 करोड़ रुपए की कमाई हुई।