हमेशा से अपने बयानों के जरिए विवादों में रहने वाले विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया और बीजेपी से सांसद साक्षी महाराज ने एक बार फिर अपना विवादित बयान दिया है। इस बार उन्होंने फिर से मुसलमानों पर तीखा जुवानी तंज कसा है।
दोनों ही कट्टर हिंदूवादी नेताओं ने मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों को अपनी आबादी पर अंकुश लगाना चाहिए। आरएसएस के मुखपत्र ‘आर्गेनाइजर’में छपे लेख में प्रवीण तोगड़िया के जुवानी शब्दों में लिखा है कि मुस्लिमों में दो से अधिक बच्चे पैदा करना अपराध होना है। उनके मुताबिक दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले मुसलमानों को सभी तरह की सुख सुविधाओं से वंचित कर देना चाहिए।
तोगड़िया ने लिखा है कि हर मुस्लिम बच्चे के जन्म पर छूट देने के बजाय दो बच्चों के बाद कड़ाई से नियंत्रण किया जाना चाहिए। ऐसे लोगों को सजा दी जाए और उनसे राशन कार्ड, नौकरी एवं शैक्षणिक सुविधाएं वापस ले ली जाएं।
बकौल यदि हम अभी ‘पॉपुलेशन जिहाद’ के खिलाफ नहीं खड़े हुए तो भारत जल्द ही एक इस्लामिक देश बन जाएगा। राजनीतिक दबावों पर ध्यान दिए बिना दो बच्चों के नियम का कड़ाई से पालन कराया जाना चाहिए। हाल ही में जारी हुए जनसंख्या के आंकड़े हमारे लिए चेतावनी की घंटी है।
वहीं दूसरी ओर साक्षी महाराज ने मुस्लिम समुदाय से अल्पसंख्यक दर्जा वापस लेने की मांग की है। साक्षी महाराज ने भी जनसंख्या के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा है कि मुसलमान अब अल्पसंख्यक नहीं हैं। वे कहते हैं कि वे जनसंख्या की एक चौथाई से अधिक हैं। कश्मीर में उनकी आबादी 90 प्रतिशत से अधिक है।
ऐसे कई जिले हैं, जहां उनकी जनसंख्या 70, 80 और 90 फीसदी है। ऐसे में उनका अल्पसंख्यक दर्जा जारी रखने का कोई कारण नहीं है। गौरतलब है कि इससे पहले शिवसेना की ओऱ से एक बयान दिया गया था, जिसमें हिंदुओं को चार से पांच बच्चे पैदा करने की तरजीह दी गई थी।