पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ हुई हिंसा से तनाव चरम पर पहुंच चुका है। अभी तक इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई है, 18 पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं। बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 400 लोग पलायन करने को मजबूर हुए हैं और उन्होंने धुलियान से भागीरथी नदी पार कर मालदा में शरण ली है। इस समय केंद्रीय बल की 8 टीमें बंगाल में तैनात कर दी गई हैं, कलकत्ता हाई कोर्ट ने भी नाराजगी जाहिर की है। सीएम ममता बनर्जी का आरोप है कि राजनीति से प्रेरित होकर कुछ लोग दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी तरफ बीजेपी का कहना है कि बंगाल में अब कोई सुरक्षित नहीं है और राष्ट्रपति शासन लग जाना चाहिए।
कैसे भड़की थी बंगाल में हिंसा?
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद एक प्रदर्शन की तैयारी की गई थी। इसी कड़ी में शमशेरगंज में डाकबंगला मोड़ से सुतिर सजुर मोड़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग-12 के एक हिस्से को ब्लॉक तक कर दिया था। अब जब तक सिर्फ सड़क पर अवरोध किया गया, प्रदर्शन हिंसक नहीं हुआ था। लेकिन फिर प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस वैन पर पथराव कर दिया। अब किस कारण से यह पथराव हुआ, स्पष्ट नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि उस एक घटना के बाद ही प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया।
मुर्शिदाबाद के हालात पर बोलते हुए साउथ बंगाल फ्रंटियर के आईजी करणी सिंह शेखावत ने कहा कि बीएसएफ पुलिस के साथ मिलकर काम करेगी और क्षेत्र में शांति बहाल करने में मदद के लिए जरूरत पड़ने पर और ज्यादा फोर्स भेजने को तैयार हैं।
प्रशासन ने पलायन करने वाले और दंगा प्रभावित परिवारों के लिए आश्रय और भोजन की व्यवस्था की है। इसके अलावा उन्हें स्कूलों में शरण दी गई है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती के बाद हिंसा तो थम गई है। हालांकि कई लोग शहर छोड़ कर जा चुके हैं। सांप्रदायिक हिंसा के बाद सैकड़ों लोगों ने भागीरथी नदी पार कर मालदा में शरण ली है।
बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 400 लोग पलायन करने को मजबूर हुए हैं और उन्होंने धुलियान से भागीरथी नदी पार कर मालदा में शरण ली है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय बलों की मांग को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कलकत्ता हाई कोर्ट ने मुर्शिदाबाद में अशांति को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया है।
मुर्शिदाबाद के अशांत इलाकों में केंद्रीय बलों की कुल 8 कंपनियां तैनात की गई हैं। झारखंड से भी सीआरपीएफ की एक कंपनी और आरएएफ सहित 4 कंपनियां आईं हैं।
मुर्शिदाबाद हिंसा पर जंगीपुर SP आनंद रॉय ने कहा, "हालात काफी बेहतर हैं, हालात सुधर रहे हैं। कई अफ़वाहें फैली हैं, मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि अफ़वाहों पर ध्यान न दें। हमने कल कई लोगों को गिरफ़्तार किया है और प्रक्रिया जारी है। हम बाकी उपद्रवियों को भी गिरफ़्तार करेंगे
मुर्शिदाबाद हिंसा पर पश्चिम बंगाल के DGP राजीव कुमार ने कहा, "स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। इससे पहले उन्होंने खुद पूरे इलाके का जायजा भी लिया था।
मुर्शिदाबाद से दृश्य, जहां शुक्रवार को वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया
मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद केंद्रीय के अतिरिक्त बल जमीन पर तैनात कर दिए गए हैं। पुलिस के बड़े अधिकारी भी इलाकों का निरीक्षण कर रहे हैं। पूरी कोशिश है कि शांति बने रहे।
मौलाना बरेलवी ने मुसलमानों से अपील की है कि वे उग्र प्रदर्शन का हिस्सा ना बनें और शांति बनाए रखें। उन्होंने जोर देकर बोला है कि ऐसे प्रदर्शनों से नुकसान ज्यादा हो जाता है।
सपा नेता घनश्याम तिवारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य सरकार का बचाव किया है। उन्होंने दो टूक कहा है कि बंगाल में इस समय एक लोकप्रिय सरकार है और वो कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखेगी।
बीजेपी नेता राकेश सिन्हा ने मुर्शिदाबाद हिंसा को सुनियोजित साजिश बता दिया है। उन्होंने जोर देकर बोला है कि सरकारी संरक्षण में इस हिंसा को अंजाम दिया जा रहा है।
मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर शुभेंदु अधिकारी ने दावा कर दिया है कि हिंदू परिवार पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। उनके मुताबिक अब तक 400 से ज्यादा परिवार अपना घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं।
बंगाल पुलिस ने जानकारी दी कि मुर्शिदाबाद हिंसा के सिलसिले में अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और समसेरगंज, धुलियान, मुर्शिदाबाद में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है
मुर्शिदाबाद के धुलियान में गोलीबारी हुई है। इस गोलीबारी में दो बच्चे घायल बताए जा रहे हैं। रिपोर्ट्स बता रही हैं कि वक्फ हिंसा से ही यह गोलीबारी भी जुड़ी हुई है।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हमने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। हम इस कानून का समर्थन नहीं करते हैं। यह कानून हमारे राज्य में लागू नहीं होगा। तो फिर दंगा किस बात को लेकर है?
कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा प्रभावित क्षेत्र में केंद्रीय बलों की तैनाती के आदेश के बाद दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, बीएसएफ के महानिरीक्षक करणी सिंह शेखावत हिंसा प्रभावित क्षेत्र पहुंचे
पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, "...हमने केंद्रीय बलों की तैनाती के लिए राज्यपाल को पत्र लिखा और मुख्य सचिव तथा गृह सचिव से अनुरोध किया। मैंने सीएम से भी अनुरोध किया। लेकिन उन्होंने नहीं सुना इसलिए मैं कोर्ट गया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वक्फ संशोधन अधिनियम पर दिए बयान पर कहा, "यदि भारतीय संसद द्वारा कोई कानून पारित किया जाता है, तो वह पूरे देश के लिए होता है और हर राज्य को उसका पालन करना होता है।
मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद तनाव की स्थिति है। पुलिस बल जमीन पर मौजूद है और एक रूट मार्च भी निकाला गया है। सभी से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।