26/11 Mumbai Attack Anniversary, Indian Express Stories of Strength: वर्ष 2008 में आज के ही दिन मुंबई पर बर्बरतापूर्ण आतंकी हमला किया गया था। इसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। कायराना हमले को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया था। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ वर्ष 2016 से बर्बर हमले का दंश झेलने वाले लोगों को ’26/11 स्टोरीज ऑफ स्ट्रेंथ’ कार्यक्रम के तहत अपना अनुभव साझा करने का प्लेटफॉर्म मुहैया कराता रहा है। अभियान के तहत इस साल ऐसे 70 से ज्यादा लोगों का इंटरव्यू किया गया। गेटवे ऑफ इंडिया पर समारोह का आयोजन किया गया। अमिताभ बच्चन इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया और पिछले साल इसी जगह पर लिए गए प्रण की याद भी दिलाई।
अमिताभ बच्चन ने बताया कि यहीं पर पिछले साल इसी दिन हमलोगों ने आतंक को पनाह न देने का प्रण लिया था। इस मौके पर रेल मंत्री पीयूष गोयल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने भी गेटवे ऑफ इंडिया पर मौजूद लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दस साल पहले सिर्फ मुंबई पर नहीं, बल्कि मानवता पर हमला किया गया था। इस प्रोग्राम का निर्देशन फिरोज अब्बास खान ने किया है। इस बीच, मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि मुंबई में कई जगहों पर एक साथ हुए आतंकी हमले के बाद सभी लोग बहुत गुस्से और आक्रोश में थे।
यहां देखें कार्यक्रम का सीधा प्रसारण:
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी 'स्टोरीज ऑफ स्ट्रेंथ' कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा, '26/11 का हमला मुंबई नहीं, बल्कि मानवता पर अटैक था। आतंकियों ने मानवता के लिए चुनौती खड़ी कर दी थी। इस तरह के आतंकी हमलों का सिर्फ राजनीतिक तरीके से जवाब नहीं दिया जा सकता है। विकास और गरीबी को मिटाकर इसका माकूल जवाब दिया जा सकता है।'
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा भारत ने कभी भी किसी देश पर हमला नहीं किया। उन्होंने कहा, 'हम सभी जानते हैं कि दस साल पहले मानवता पर हमला किया गया था। इसका लक्ष्य ऐसा चुना गया था, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ ही भारत को पराजीत किया जा सके। लेकिन, हम सच्चाई के रास्ते पर हैं। भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया।'
अमिताभ बच्चन ने इस मौके पर कहा, 'इसी दिन, इसी जगह पर पिछले साल हमने प्रण लिया था कि आतंकियों को शरण नहीं देंगे। इस बात को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी कि इस कीट को जिसे आतंकवाद कहते हैं, उसे अपने घरों में नहीं पनपने देंगे। आज हम उस सपने को हकीकत में बदलना चाहते हैं।'
अमिताभ बच्चन ने अपने संबोधन में पेंग्विन का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें एकजुट रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि विध्वंस का जवाब उससे भी बड़ा विध्वंस नहीं हो सकता है। इसका जवाब एकजुटता है। दुश्मन चाहता है कि हम बिखरे रहें।
नृत्य मंडली के कलाकारों ने मधुर धुनों पर अपनी प्रस्तुती दी। और इन कलाकारों के साथ ही अमिताभ बच्चन लोगों के सामने आए। उन्होंने अपना संबोधन भी शुरू कर दिया है।
16 साल की अंजलि ने इस मौके पर अपनी कहानी साझा की। हमले के दिन उनके पिता विनोद गुप्ता ने अपनी मां को छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर छोड़ने गए थे। उनकी मां को पटना जाना था। उसी वक्त आतंकियों ने हमला कर दिया और एक गोली उनके दिल में लगी थी। उनकी मां को भी गोली लगी थी। अंजलि गुप्ता ने गेटवे ऑफ इंडिया पर 'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती' कविता का पाठ किया।
रबिंद्रनाथ की कालजयी रचना 'तबे एकला चलो रे...' पर कौशिकी चक्रवर्ती ने प्रस्तुती देकर मानवता के उद्देश्य को उकेरा।
मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने स्टोरीज ऑफ स्ट्रेंथ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने आतंकी हमले की कड़े शब्दों में आलोचना की। उन्होंने इस मौके पर विशेष तौर पर रचित कविता का भी पाठ किया।
फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी की डायरेक्टर अंखी दास ने इस मौके पर बताया कि सोशल नेटवर्किंग साइट ने सिर्फ इस साल आतंकी गतिविधियों से जुड़े 1.4 करोड़ पेज को हटा दिया।
'इंडियन एक्सप्रेस' ग्रुप के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अनंत गोयनका ने इस मौके पर कहा, '26/11 पर आयोजित कार्यक्रम मानवतावादी और उग्रपंथियों के बीच संवाद का मौका मुहैया कराता है। उग्रपंथियों के लिए जीतना मुश्किल नहीं होता है, क्योंकि जब निर्दोष लोग मारे जाते हैं तो उग्र विचारों को सहज ही उचित ठहरा दिया जाता है। पीड़ितों के परिजनों और हमले में बचे लोगों के इंटरव्यू के दौरान यह ज्ञात हुआ कि ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने अपूरणीय क्षति के बावजूद नफरत का रास्ता नहीं चुना।'
गेटवे ऑफ इंडिया पर आयोजित कार्यक्रम में एनएसजी के शहीद कमांडो मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के पिता के. उन्नीकृष्णनन का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने कहा कि उनकी चिंता उस क्षमता को को लेकर है, जिसके तहत सभी लोग पुन: सामान्य हो जाते हैं।
सिंगर नीति मोहन ने वर्ष 2008 के आतंकी हमलों में शहीद और मारे गए अन्य लोगों को याद करते हुए 'ऐ मेरे वतन के लोगों...' गीत गाकर अपनी ओर से श्रद्धांजलि दी।
सोमवार को होने वाले इवेंट में मुख्य रूप से अमिताभ बच्चन, जावेद अख्तर, कौशिकी चक्रवर्ती, राकेश चौरसिया, मयूरी उपाध्याय, मर्लिन डिसूजा, हर्षदीप कौर, नीति मोहन, राहुल देशपांडे, महेश काले, जावेद अली, एनी चोइंग ड्रोलमा, शिवम महादेवन, मुंबई पुलिस और भारतीय नेवी के बैंड शिरकत करेंगे।पूरा कवरेज पढ़ने के लिए क्लिक करें...
शहीद एनएसजी कमांडो संदीप उन्नीकृष्णन के पिता के. उन्नीकृष्णन ने कहा, '26/11 हमले की याद में समारोह आयोजित करने से हमें 26/11 के लिविंग लिजेंड को सम्मानित करने का मौका मिलता है।'
गेटवे ऑफ इंडिया पर मौजूद लोगों ने वर्ष 2008 के आतंकी हमले के पीड़ितों के सम्मान में मौन रखकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी।
26/11 के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया कार्यक्रम '26/11 स्टोरीज ऑफ स्ट्रेंथ' अब शुरू हो चुका है। मुंबई पुलिस के बैंड के बाद अब भारतीय नेवी का बैंड शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है।
26/11 के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया कार्यक्रम '26/11 स्टोरीज ऑफ स्ट्रेंथ' अब शुरू हो चुका है। शहीदों को मुंबई पुलिस के बैंड ने अपनी श्रद्धांजलि दी है। मुंबई पुलिस के बैंड ने कर चले हम फिदा जान ओ तन साथियों की सलामी धुन बजाकर शहीदों को याद किया।
कार्यक्रम के संबंध में भेजे गए अपने संदेश में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि भारत सरकार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि दोबारा कोई भी आतंकी संगठन ऐसा हमला करने की हिम्मत न जुटा पाए। उन्होंने कहा,'' बीते साढ़े चार साल में, सरकार ने इस तरह के हमलों को रोकने के लिए काफी कदम उठाए हैं। मुंबई पुलिस को अत्याधुनिक हथियारों से भी लैस किया गया है।''
इस प्रोजेक्ट से अपने जुड़ाव पर, फेसबुक के भारत में पब्लिक नीति के निदेशक अनखी दास ने कहा,'' ये महत्वपूर्ण है कि हम उन्हें याद करें जिन्होंने 10 साल पहले हुए आतंकवादी हमले में अपनी जान गंवा दी थी। आज उन लोगों का दिन है जिन्होंने आतंक का सामना करते हुए बहादुरी, साहस और ताकत दिखाई थी। मैं इंडियन एक्सप्रेस समूह का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने इस आतंकी हमले के पीड़ितों और अपनों को खो देने वाले लोगों के साहस और दुख से उबरने की कहानियों को साझा करने का मंच दिया है।''
इस प्रोजेक्ट की मंशा के बारे में उल्लेख करते हुए इंडियन एक्सप्रेस समूह के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर अनंत गोयनका ने कहा,'' हमारे देश में, हम याद रखने के लिए समय नहीं लेते हैं। देश के करोड़ों लोगों के लिए, 26/11 वो सबसे हिंसक हादसा था, जो उन्होंने देखा था। हम इस दिन का उपयोग अपने आप को याद दिलाने के लिए करते हैं कि अमिताभ जी ने पिछले साल क्या कहा था: कि हम अपने खिलाफ जो कुछ भी कर रहे हैं, उसके द्वारा हमें खुद को परिभाषित नहीं करना चाहिए, बल्कि हम इसके लिए क्या कर रहे हैं। और हमें एक दूसरे के लिए क्या होना चाहिए।'