Bomb Scare At Delhi Colleges: गृह मंत्रालय को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के एक दिन बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्री राम कॉलेज, हंसराज कॉलेज और रामजस कॉलेज सहित एक दर्जन से ज्यादा कॉलेजों को गुरुवार को बम से उड़ाने की धमकी मिली। इसके बाद आनन-फानन में पुलिस अधिकारी समेत सभी जांच एजेसियां सर्च ऑपरेशन में जुट गईं। गहन तलाशी अभियान के बाद कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
दिल्ली फायर सर्विस के एक अधिकारी ने कहा कि सबसे पहले शाम 4.38 बजे एलएसआर कॉलेज से फोन आया और दो फायर ब्रिगेड की गाड़ी को मौके पर भेजा गया। बाद में दूसरे कॉलेजों के अधिकारियों ने भी हमें फोन मिलाया। स्थानीय पुलिस, बॉम्ब स्क्वाड टीम और डॉग स्क्वायड की टीम एलएसआर कॉलेज पहुंची और तलाशी ली। लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
एलएसआर प्रिंसिपल सुमन शर्मा ने कहा कि पूरे परिसर को सैनिटाइज कर दिया गया है। शर्मा ने कहा कि हमें आज दोपहर में बम की धमकी वाला ई-मेल मिला। तुरंत पुलिस को मामले की जानकारी दी गई और बॉम्ब स्क्वाड की टीम को भेजा गया। तलाशी अभियान दो-तीन घंटे तक चला और पूरे परिसर की तलाशी ली गई। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि एलएसआर के साथ-साथ दिल्ली के एक दर्जन से ज्यादा दूसरे कॉलेजों को भी इसी तरह की धमकी मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और मेल कहां से आया इसकी भी जानकारी हासिल की जा रही है।
किन कॉलेजों को मिली धमकी
जिन कॉलेजों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। उनमें हंसराज कॉलेज, गार्गी कॉलेज, रामजस कॉलेज, जाकिर हुसैन कॉलेज, इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वुमेन, लेडी इरविन कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, भास्कराचार्य कॉलेज, दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, श्री वेंकटेश्वर कॉलेज और पीजीडीएवी कॉलेज शामिल हैं। डीयू कॉलेजों के अलावा दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA) सहित अन्य राज्य कॉलेजों को भी धमकी मिली है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी मिली थी धमकी
बीते दिन केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। एमएचए के एक वरिष्ठ अधिकारी को मेल के जरिये बम की धमकी मिली थी। ईमेल मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं और गृह मंत्रालय की बिल्डिंग में सर्च ऑपरेशन चलाया। हालांकि, कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला था। 1 मई को भी दिल्ली-एनसीआर के 100 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 1 मई को कुल 131 स्कूलों को धमकी भरे ईमेल मिले। हालांकि, गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इसे फर्जी बताया था।