रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपने पारंपरिक तेल-से-रसायन (O2C) कारोबार को न्यू ग्रीन एनर्जी कारोबार की दिग्गज कंपनी बनने के लिए 8 ग्लोबल टेक्नोक्रेट को अपनी टीम में शामिल किया है। मुकेश अंबानी ने इसके लिए नौ सदस्यीय नई एनर्जी काउंसिल बनाई है। जिनमें से अधिकतर लोग सरकारों के सलाहकार हैं। 

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ऑयल टू गैस बिजनेस को ग्रीन एनर्जी के दिग्गज कारोबार में ट्रांसफार्म करना चाहती है। नेशनल रिसर्च प्रोफेसर और आरआईएल के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर आर माशेलकर को इस काउंसिल का अध्यक्ष बनाया गया है। इसमें एलन फिंकेल भी शामिल होंगे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के नेशनल हाइड्रोजन एनर्जी का नेतृत्व किया था। वह कम एमिशन वाली तकनीक के मामले में ऑस्ट्रेलिया सरकार के सलाहकार रह चुके हैं।

फिंकेल के अलावा इंजीनियरिंग के लिए ड्रेपर प्राइज जीत चुके राशिद यजामी भी इस न्यू एनर्जी काउंसिल के सदस्य होंगे। एमआईटी की एनर्जी इनीशिएटिव के निदेशक रॉबर्ट आर्मस्ट्रांग भी इसमें शामिल हैं। इसके अलावा फादर ऑफ फोटोवॉल्टिक्स के रूप में मशहूर मार्टिन ग्रीन को भी शामिल किया गया है। मार्टिन ग्रीन को सोलर सेल की लागत घटाने और एफिशिएंसी बढ़ाने के मामले में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने वाला व्यक्ति बताया जाता है।

काउंसिल के अन्य सदस्य डेविड मिलस्टीन हैं। मिलस्टीन एक इजरायली रसायनज्ञ हैं जो सजातीय कटैलिसीस का अध्ययन करते हैं। इसके अलावा इंपीरियल कॉलेज, लंदन में पावर इंजीनियरिंग के प्रोफेसर जेफ्री मैटलैंड और सीमेंस विंड पावर के पूर्व मुख्य तकनीकी अधिकारी हेनरिक स्टिस्डल काउंसिल में शामिल हैं।

इसको लेकर माशेलकर ने कहा, “रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के न्यू एनर्जी काउंसिल के सदस्यों में न सिर्फ विजनरी शामिल हैं, बल्कि मुकेश अंबानी खुद भी सोलर इंडस्ट्री के ग्लोबल स्टेचर के लीडर और अथॉरिटीज को शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं। रिलायंस के न्यू एनर्जी काउंसिल में सोलर, विंड और अन्य ग्रीन टेक्नोलॉजी के दुनिया के दिग्गज शामिल किए जा रहे हैं।”