भारत और अमेरिका के बीच में अहम रक्षा डील हो फाइनल हो गई है। जल्द ही भारत को अमेरिका की तरफ से 31MQ-9B ड्रोन मिलने जा रहे हैं। असल में पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अमेरिका गए थे, तब इस ड्रोन डील का ऐलान किया गया था। लेकिन क्योंकि अमेरिका में अपनी एक प्रक्रिया होती है, ऐसे में डील के फाइनल होने में कुछ महीने लग गए।

बताया जा रहा है कि इस खास ड्रोन को 30 घंटे से भी ज्यादा देर के लिए हवा में उड़ाया जा सकता है। इसके जरिए समुद्र में बेहतरीन तरीके से निगरानी की जा सकती है, मौसम चाहे कितना भी खराब क्यों ना हो, ये ड्रोन अपना काम बखूबी कर सकता है। जानकारी मिली है कि 31 ड्रोन में से 15 तो भारतीय नौसेना को मिलने वाले हैं, वहीं भारतीय सेना और वायुसेना को 8-8 ड्रोन देने की बात हुई है।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के जो प्रवक्ता हैं, उनकी तरफ से इस डील के फाइनल होने पर खुशी जाहिर की गई है। उनका कहना है कि प्रौद्योगिकी सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए ये डील काफी अहम साबित हुई है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान ही इस डील की रूपरेखा तय कर ली गई थी।

जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका, भारत का एक पुराना रक्षा पार्टनर है। कई अहम हथियार भारत, अमेरिका से लेता है। लेकिन इस ड्रोन डील के पूरे होने में कई महीने लग गए। बीच में तो ऐसी खबरें भी आई थीं कि इस डील को अमेरिका ने ही रोक दिया है जिस वजह से उस पर धोखा देने का भी आरोप लग रहा था। लेकिन तब अमेरिका का कहना था कि कांग्रेस द्वारा क्योंकि अभी तक मंजूरी नहीं मिली, ऐसे में डील फाइनल नहीं हो पाई।