जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकी गुटों के खिलाफ ऑपरेशन तेज कर दिए हैं। पिछले छह महीने में ही सैन्यकर्मियों ने दो बड़े एनकाउंटर में आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन के दो कमांडरों को मार गिराया है। अब हिज्बुल ने देहरादून कॉलेज के एमफिल ड्रॉपआउट छात्र जुबैर वानी को कश्मीर में अपना कमांडर बनाया है।
जानकारी के मुताबिक, 31 साल का वानी 2018 में हिज्बुल में शामिल हुआ था। उसका परिवार कश्मीर के अनंतनाग जिले के देहरुना गांव का रहने वाला है। वानी अपने परिवार में इकलौता पढ़ा-लिखा व्यक्ति था और उत्तराखंड में पढ़ाई छोड़कर आतंकी संगठन में शामिल हुआ।
सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से टूटी आतंकी संगठन की कमर: बता दें कि सुरक्षाबलों ने पिछले रविवार को हिज्बुल कमांडर सैफुल्लाह मीर को मार गिराया था। इससे पहले मई में आतंकी संगठन का सरगना रियाज नाइकू भी मारा गया था। भारतीय जवानों के इन दो बड़े ऑपरेशन के बाद हिज्बुल ने अपने सबसे पुराने आतंकी अशरफ मौलवी उर्फ अशरफ खान की जगह वानी को संगठन का सरगना बनाया है। सूत्रों का कहना है कि मौलवी इस वक्त किडनी की परेशानी से जूझ रहा है और पहले कई बार आतंक छोड़ने की ओर इशारा कर चुका है।
बताया गया है कि रियाज नाइकू के मारे जाने के बाद सुरक्षाबलों की लिस्ट में A++ श्रेणी के आतंकी मौलवी को ही हिज्बुल कमांडर बनाए जाने की चर्चाएं थीं। पर तब भी किडनी की समस्या की वजह से सैफुल्लाह मीर को यह जिम्मेदारी सौंप दी गई।
बता दें कि सुरक्षाबलों ने घाटी में लगातार आतंकरोधी ऑपरेशन जारी रखे हैं। इससे एक तरफ जहां आतंकी संगठनों में शामिल युवाओं का घर लौटना शुरू हो गया है, वहीं कई आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया है। इसके बावजूद आतंकी दक्षिण कश्मीर के जिलों में जम्मू-कश्मीर बैंक की वैन लूट चुके हैं, जिससे बड़ी मात्रा में हथियार खरीदने की कोशिश की गई।