एमपी में मामा शिवराज सिंह चौहान के राज उनके अफसर किस तरह से लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं, ये इंदौर के समीप देपालपुर में देखने को मिला। जनता कर्फ्यू की पालना न करने वालों का तहसीलदार ने गाजेबाजे के साथ जुलूस निकाला। जो मेढ़क ठीक तरीके से नहीं बन पाया उसे अधिकारी ने लात भी मारी।
वीडियो में तहसीलदार बजरंग बहादुर चमन मेन चौराहे पर कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को रोकते हैं। उन्हें मेंढ़क कूद करके आधा किलोमीटर चलने के लिए कहा जाता है। बकायदा बैंड-बाजे के साथ उनका जुलूस निकाला जाता है। जब लोग मेंढ़क कूद नहीं कर पाते तो तहसीलदार उन्हें लात मारते हैं। जो भी खड़ा होता है वह उसे दौड़-दौड़ कर लात मारते हैं। उनके साथ पुलिसकर्मी भी दिख रहे हैं।
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद में लोगों ने अधिकारी के इस कृत्य की निंदा की। उधर, एमपी कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस ने कहा- कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी कार्यकर्ता तहसीलदार का मुंह काला करेंगे। कांग्रेस विधायक विशाल पटेल ने इसकी निंदा कर कहा है कि तहसीलदार बजरंग बहादुर के खिलाफ यदि कार्रवाई नहीं होती है, तो कांग्रेस कार्यकर्ता उसका मुंह काला करेंगे। उनका कहना है कि ये अमानवीय कृत्य है। परेशान लोगों पर सरकार अत्याचार कर रही है।
इंदौर जिला प्रशासन सभी जगह कर्फ्यू उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है। देपालपुर इलाके के चमन चौराहा की घटना ने उनकी कार्यशैली पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। एक अफसर इस तरह से अमानवीय हरकत कर रहा है। तहसीलदार बजरंग बहादुर का VIDEO वायरल होने के बाद लोग सवाल उठा रहे हैं। एक यूजर का कहना है कि सब का वक़्त आता है याद रखना। सिद्धार्थ मिश्रा का कहना था, यही बस बचा था देखने को> सरकार को इसमें कार्यवाही करनी चाहिए। ये सरासर निंदनीय हरकत है।
बृजेश रय ने लिखा-देश में ऐसी घिनौनी हरकत नहीं होनी चाहिए। किसी को भी अधिकार नहीं है कि किसी नियम का पालन लात मारकर कराया जाए। किसी भी स्थिति में नहीं। किसी भी परिस्थिति में नहीं। ऐसा करना गलत है। ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। जनता जानती थी कि चुनाव होने के बाद जनता के साथ ऐसा होगा और वहीं होने लगा। धिक्कार है ऐसी सरकार पर। हालांकि सभी को बगैर किसी दबाव के वायरस से बचने की जरूरत है, क्योंकि यहां वायरस आपके साथ- साथ दूसरों की भी जान ले सकता है। इसलिए घर पर रहें सचेत रहें।