सरकार मधुमेह को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए रोकथाम और जागरूक करने के वास्ते छह जिलों में कार्यक्रम चलाएगी। इस समय देश में छह करोड़ 70 लाख लोग मधुमेह से पीड़ित हैं।

लगभग 4000-5000 लोगों को मधुमेह की रोकथाम के लिए जानकारी देने और स्वस्थ्य जीवन पद्धति के बारे में बताने के लिए सभी जिलों में लगभग 200 आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और एलोपैथिक डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा। यह जानकारी स्कूलों और ग्राम समुदायों के जरिए दी जाएगी।

सीआईआई द्वारा आयोजित तीसरे राष्ट्रीय गैर संक्रामक रोग सम्मेलन में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉक्टर जगदीश प्रसाद ने कहा, ‘हमने छह जिलों का चुनाव किया है जिसमें दार्जिलिंग से शुरू करते हुए बिहार में गया, उत्तर प्रदेश में खेरी, राजस्थान में भीलवाड़ा, आंध्र प्रदेश में कृष्णा और गुजरात में सुंदरनगर हैं।

सभी जिलों में लगभग 200 डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा। वे इस समय प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं और इस महीने के अंत में कार्यक्रम शुरू किये जाने की संभावना है।’ डॉक्टर प्रसाद ने कहा कि डब्ल्यूएचओ का पूर्वानुमान है कि 2025 तक भारत में विश्व के सबसे अधिक मधुमेह रोगी हो सकते हैं।