इंडियन आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को मेजर बचवाला रोहित की जमकर तारीफ की। उन्होंने झांसी रेलवे स्टेशन पर एक गर्भवती महिला की मदद की थी। मेजर रोहित आर्मी मेडिकल कोर के मेडिकल ऑफिसर हैं। मेजर बचावाला ने कहा कि मैंने उस महिला से कहा कि आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। मैं एक मेडिकल अधिकारी हूं और आपको या बच्चे को कुछ नहीं होगा।

मेजर बचावाला ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘मैंने कुछ चीजों की तलाश की थी। मैंने बच्चे को सुरक्षित रूप से जन्म देने में महिला की मदद की थी। पहले तो बच्चा कोई भी प्रतिक्रिया नहीं कर रहा था, लेकिन फिर मैंने उसे फिर से जिंदा करने की कोशिश की और फिर उसने प्रतिक्रिया भी दी और मुझे वास्तव में इस बात से बहुत खुशी हुई। मां बहुत, बहुत खुश थी। बच्चा रोने लगा और यह सब भगवान की कृपा थी कि मुझे लगा कि मां और बच्चा बिल्कुल स्थिर और ठीक हैं। मैं रेलवे कर्मचारियों का विशेष रूप से धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने उस समय मेरी मदद की।’

आर्मी चीफ ने की तारीफ

आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मेजर रोहित की सराहना करते हुए कहा कि यह इंडियन आर्मी और सेना के जज्बे और सेवा भाव का बेहतरीन उदाहरण है। इसी के लिए हमारी आर्मी जानी जाती है। उन्होंने आगे कहा कि मेजर रोहित ने जो किया, वह सिर्फ फर्ज नहीं, बल्कि इंसानियत और सेना की सच्ची परंपरा का परिचायक है। भारतीय सेना के जवान केवल देश की ही सेवा नहीं करते हैं बल्कि वह हर एक परिस्थिति में आम लोगों की मदद भी करते हैं।

 66 साल की उम्र में प्रेग्नेंट हुई महिला

रोहित बचवाला ने महिला की मदद की

अब पूरे मामले की बात करें तो हैदराबाद जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रहे मेजर रोहित बचवाला ने महिला को बहुत दर्द में देखा। महिला अपने पति और बच्चे के साथ पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस 15066 में पनवेल से बाराबंकी जा रही थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, उसके पति ने मेडिकल हेल्प के लिए रेलवे को एसओएस किया था और परिवार को झांसी स्टेशन पर उतार दिया गया था। बिना सोचे-समझे रोहित ने अपनी जानकारी और अपने पास मौजूद एक पॉकेट चाकू और हेयर क्लिप के साथ महिला की मदद की। प्रसव क्षेत्र को ढकने के लिए एक धोती लाई गई और स्टाफ ने डॉक्टर को दस्ताने भी दिए। बच्चों को जन्म देने में घटी महिलाओं की दिलचस्पी पढ़ें पूरी खबर…