केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने अपने एक बयान में हवाई यात्रा को ऑटोरिक्शा से सस्ता बताया है। इतना ही नहीं जयंत सिन्हा ने अपनी बात को साबित करने के लिए तथ्य भी पेश किया है। एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए जयंत सिन्हा ने कहा कि आज हवाई यात्रा, ऑटो रिक्शा के सफर से भी सस्ती हो गई है। अब आप पूछेंगे कि यह कैसे संभव हो सकता है? दरअसल जब 2 लोग एक ऑटो रिक्शा लेते हैं, तो वह इसके 10 रुपए देते हैं। इसका मतलब है उनमें से प्रत्येक व्यक्ति ने 5 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान किया है। लेकिन जब आप हवाई यात्रा करते हैं तो आपको 4 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया लगता है।
जयंत सिन्हा ने कहा कि प्रति किलोमीटर के हिसाब से ऑटो रिक्शा और हवाई किराए की तुलना करने का मकसद सिर्फ यह बताना है कि हमारे देश में हवाई किराया दुनिया के अन्य देशों की तुलना में काफी कम है। सिन्हा ने कहा कि मैं ये नहीं कह रहा हूं कि लोग कम दूरी के लिए भी हवाई यात्रा करने लगें, बल्कि ये तुलना सिर्फ उदाहरण के तौर पर की गई है। उल्लेखनीय है कि जयंत सिन्हा इससे पहले भी भारत में हवाई किराए के काफी कम होने को लेकर बयान दे चुके हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री ने आगे कहा कि सरकार हवाई यात्रा को बढ़ावा देना चाहती है। सरकार की कोशिश है कि आने वाले सालों में हवाई यात्रियों की संख्या मौजूदा संख्या पांच गुना बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है।
गौरतलब है कि सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को हवाई सेवाओं के साथ जोड़ना चाहती है। यही वजह है कि सरकार हवाई किराए को आम आदमी के बजट में लाने का प्रयास कर रही है। इसके तहत सरकार कई शहरों में हवाई अड्डों को निर्माण कर रही है, वहीं घरेलू उड़ानों को प्रोत्साहन दे रही है। केन्द्रीय राज्यमंत्री जयंत सिन्हा के बयान को भी सरकार की इन्हीं कोशिशों से जोड़कर देखा जा रहा है। सरकार ने एविएशन के फील्ड में 100% एफडीआई की अनुमति भी दे दी है। उल्लेखनीय है कि देश में पिछले 4 सालों के दौरान 6 करोड़ हवाई यात्री बढ़े हैं। अब यह आंकड़ा 20 करोड़ तक पहुंच गया है और सरकार की कोशिश इसे आने वाले सालों में 100 करोड़ तक ले जाने की है।