प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुसलमालों के सशक्तिकरण की वकालत करने के बाद केंद्र सरकार गुरुवार को अल्पसंख्यकों के लिए ‘प्रोग्रेस पंचायत’ नामक अभियान शुरू कर रही है जिसका मकसद आम लोगों को अल्पसंख्यक मंत्रालय की योजनाओं की जानकारी देना और विकास के लिए धन के इस्तेमाल के बारे में उनकी राय लेना होगा, साथ ही समुदाय के बीच गलत धारणा को दूर करना है। अल्पसंख्यकों तक पहुंच बनाने की पहली महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखे जाने वाले इस अभियान को कल हरियाणा के मेवात से पेश किया जायेगा जहां कथित तौर पर गौरक्षों द्वारा अगस्त माह में दो महिलाओं से सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
विकास का लाभ समाज के सबसे निचले पायदान तक पहुंचाने का संकल्प व्यक्त करते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि गुरुवार को ‘प्रोग्रेस पंचायत’ अभियान शुरू कर रहे हैं जिसका मकसद लोगों को सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में विकास योजनाओं एवं रोजगार के बारे में जानकारी देना है। नकवी ने कहा, ‘‘गुरुवार से ‘प्रोग्रेस पंचायत’ शुरू कर रहे हैं जिसका मकसद आम लोगों को अल्पसंख्यक मंत्रालय की योजनाओं की जानकारी देना है। साथ ही सरकार लोगों से ही पूछेगी कि उनके विकास के लिए निर्धारित धन का कैसे इस्तेमाल किया जाए। पहली ‘प्रोग्रेस पंचायत’ हरियाणा के मेवात में हो रही है । उसके बाद दक्षिण भारत समेत देश भर में ‘प्रोग्रेस पंचायत’ लगाई जाएगी।
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उन्होंने साथ ही कहा कि केंद्र की प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर गरीबों, अल्पसंख्यकों, दलितों, पिछड़ों के सशक्तिकरण के संकल्प को जमीन पर उतारना चाहती है। इस काम में हमें काफी हद तक सफलता मिली है, लेकिन अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है। प्रोग्रेस पंचायत के अलावा मंत्री पलवल के हथनी में लड़कियों के लिए 100 बिस्तरों वाले हास्टल और नूह एवं नगीना के स्कूलों में स्टाफ क्वाटर का उद्घाटन करेंगे । वे चिलवाली में एक माडल स्कूल की आधारशिला रखेंगे। नकवी की 3 अक्तूबर को राजस्थान के अलवर जिले में तिजारा में भी एक ऐसा कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है। देशभर में ऐसी 100 पंचायतों का आयोजन किया जाएगा।
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