देश का किसान इस समय सड़क पर है, उसकी तरफ से दिल्ली कूच की बात की जा रही है। आलम ये चल रहा है कि उन किसानों को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़ रहे हैं। इसके अलावा जिस तरह से पथराव भी किया जा रहा है, जमीन पर तनाव कम होने के बजाय और ज्यादा बढ़ गया है। अब इस पूरे विवाद के बीच एक सवाल सभी के मन में है- क्या मोदी सरकार के काम से किसान खुश हैं?
इंडिया टुडे ग्रुप ने मूड ऑफ द नेशन सर्वे किया है जिसमें किसानों को लेकर भी सवाल किया गया। सबसे बड़ा सवाल ये रहा कि 2014 के बाद से किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरी या फिर और ज्यादा खराब हो गई? अब 33.4 प्रतिशत किसान जिनके पास खुद की जमीन है, वे मानते हैं कि मोदी के पीएम बनने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। वहीं 32.5 फीसदी किसान ऐसे भी सामने आए जो मानते हैं कि उनकी आर्थिक हालात और ज्यादा खराब हो गए हैं।
अब असंतुष्ट वालों की संखया भी ज्यादा है, ऐसे में ये सर्वे चुनावी मौसम में मोदी सरकार की चिंता बढ़ा सकता है। वैसे सर्वे का एक आंकड़ा ये भी कहता है कि किसानों का खर्च पिछले 10 सालों में काफी बढ़ गया है। 62 फीसदी से ज्यादा किसानों का मानना है कि मोदी सरकार आने के बाद उनका खर्चा बढ़ा है और उस वजह से सामान्य जीवन कई चुनौतियों से भर चुका है।
वैसे सरकार इस समय किसानों के लिए किसान निधि जैसी कई योजनाएं चला रही है। जब इन्हीं योजनाओं को लेकर सवाल पूछा गया तो 56 फीसदी किसानों ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें योजनाओं से फायदा हुआ है। वहीं एक बड़ी संख्या ऐसे किसानों की भी रही जो मानते हैं कि उन्हें कोई लाभ नहीं मिला है। अब जानकारी के लिए बता दें कि देश के किसान अभी अपनी 12 मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।