रोजगार के मुद्दे पर घिरी मोदी सरकार एक बेहद ही महत्वकांक्षी योजना लेकर आयी है, जिसके तहत सरकार देश के 5 लाख युवाओं को विभिन्न इंडस्ट्रीज में अप्रेंटिस कराएगी। इतना ही नहीं इस अप्रेंटिस के दौरान युवाओं को ना सिर्फ रोजगार के लिए अहम इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग मिलेगी, साथ ही सरकार अप्रेंटिस करने वाले युवाओं को हर माह 6000 रुपए का स्टाईपेंड भी देगी। यह अभी तक का सबसे बड़ा इंटर्नशिप प्रोग्राम बताया जा रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस योजना के तहत सरकार देशभर के विभिन्न कॉलेज और शिक्षण संस्थानों के 5 लाख छात्रों (नॉन टेक्निकल) को 6 माह की स्किल प्रोग्राम में शामिल करेगी। इसके बाद इन छात्रों को विभिन्न इंडस्ट्रीज और सर्विस सेक्टर में ट्रेनिंग दी जाएगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस योजना को अपनी मंजूरी भी दे दी है।
9 लाख से ज्यादा ने कराया रजिस्ट्रेशनः इस इंटर्नशिप प्रोग्राम को श्रेयस (Shreyas-Scheme for Higher Education Youth for Apprenticeship and Skills) नाम दिया गया है। खबर के अनुसार, एचआरडी में उच्च शिक्षा सचिव का कहना है कि इस इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए रजिस्ट्रेशन करने की अंतिम तारीख 25 मार्च थी। 1,533 शिक्षण संस्थानों के 9.25 लाख से ज्यादा छात्रों ने इस प्रोग्राम में रजिस्ट्रेशन कराया है। रजिस्ट्रेशन कराने वाले अधिकतर छात्र दक्षिण भारत के राज्यों और महाराष्ट्र से हैं।
भारत का सबसे बड़ा स्किल डेवलेपमेंट प्रोग्राम: टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, इस इंटर्नशिप प्रोग्राम के तहत सरकार विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को इंटर्नशिप मुहैया कराएगी। यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, जिसमें नॉन टेक्निकल डिग्री कोर्सेस के छात्रों को शामिल किया गया है। इस प्रोग्राम के तहत छात्रों को इंटर्नशिप के बदले हर माह 6000 रुपए बतौर मेहनताना मिलेगा और साथ ही सरकार 1500 रुपए अलग से भी देगी। इस तरह Shreyas भारत का सबसे बड़ा स्किल डेवलेपमेंट प्रोग्राम बन जाता है। इस साल जुलाई से करीब 3 लाख छात्र इस प्रोग्राम के तहत ट्रेनिंग लेना शुरु कर देंगे। वहीं एक साल के बाद यह आंकड़ा 5 लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
गेम चेंजर साबित हो सकता है ये प्रोग्रामः Shreyas प्रोग्राम के लिए सरकार के तीन मंत्रालयों मानव संसाधन, स्किल डेवलेपमेंट और श्रम मंत्रालय साथ आए हैं। सरकार की कोशिश है कि देश की शिक्षा व्यवस्था को रोजगारपरक बनाने के उद्देश्य में यह प्रोग्राम निर्णायक साबित हो सकता है। स्किल काउंसिल विभिन्न प्रोफाइल के छात्रों को जरुरत के मुताबिक इंडस्ट्री में फिट करेगी।
भारतीय डिग्रीधारी छात्रों को रोजगार के लिए तैयार करने में यह प्रोग्राम अहम भूमिका निभाएगा। सरकार की कोशिश है कि देश की शिक्षा व्यवस्था और रोजगार की जरुरतों के बीच Shreyas प्रोग्राम के तहत एक कनेक्शन बनाया जाए। इसके तहत छात्रों को उस स्किल से लैस किया जा सकेगा, जिसकी उस वक्त में सबसे ज्यादा डिमांड है। इस योजना का फायदा ये भी है कि इससे छात्रों को पढ़ाई के दौरान ही रोजगार के लिए तैयार किया जा सकेगा, साथ ही विभिन्न इंडस्ट्री को भी काम करने के लिए आसानी से कर्मचारी मिल सकेंगे। उल्लेखनीय है कि इंटर्नशिप के दौरान जो छात्र अच्छा करेंगे, उन्हें कंपनी द्वारा पढ़ाई के बाद नौकरी भी दी जा सकेगी।