Mock Drill Blackout News In Hindi: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान-भारत के बीच तनाव बढ़ गया है। इस तनाव के बीच भारत कल राष्ट्रव्यापी सुरक्षा अभ्यास के लिए तैयार है। देशभर के 244 जिलों में बुधवार को युद्ध के हालातों को देखते हुए मॉक ड्रिल की जाएगी। गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों को मॉक ड्रिल के संबंध में दिए गए निर्देशों में 54 वर्षों में पहला ‘क्रैश ब्लैकआउट उपायों के प्रावधान’ का उल्लेख किया गया है।
बता दें कि क्षति को कम करने के लिए दुश्मन के विमानों द्वारा हवाई हमलों के दौरान ब्लैकआउट लागू किए जाते हैं। 2003 के एक दस्तावेज़ भारत में नागरिक सुरक्षा के सामान्य सिद्धांत, हवाई हमलों के दौरान क्या करें और क्या न करें को बताते हैं। ये यह भी विस्तार से बताते हैं कि ब्लैकआउट को कैसे लागू किया जाना चाहिए।
कार की लाइट भी करनी होगी बंद?
दस्तावेज़ में विस्तार से बताया गया है कि ब्लैकआउट में सहायता के लिए कारों और अन्य वाहनों की लाइट को कैसे कवर किया जाना चाहिए। इसमें कहा गया है कि मोटर वाहन पर लगी सभी लाइट को स्क्रीन किया जाना चाहिए। तीन तरीके बताए गए हैं। पहला तरीका है कांच के ऊपर सूखा भूरा कागज़ लगाना, निचले आधे हिस्से पर एक मोटाई और ऊपरी आधे हिस्से पर दो मोटाई का कागज लगाना। इसका मतलब है कि हेडलैम्प के निचले हिस्से से हल्की रोशनी निकलेगी।
Mock Drill के दौरान क्या स्कूल – कॉलेज, बैंक और दफ्तर खुलेंगे या बंद रहेंगे?
दूसरा तरीका है कांच के पीछे एक कार्डबोर्ड डिस्क डालना जो पूरे क्षेत्र को कवर करती है, जिसमें बल्ब के सेंटर से आधा इंच नीचे 1/8 इंच चौड़ा एक हाॅरिजेंटल स्लिट होता है। दस्तावेज़ में कहा गया है कि रिफ्लेक्टर को इस तरह से ढंका जाना चाहिए कि कोई भी लाइट रिफ्लेक्टर से परावर्तित न हो। तीसरे तरीके में दस्तावेज़ में हाथ से चलने वाली टॉर्च के लिए भी मानक तय किए गए हैं और कहा गया है कि उन्हें भी कागज में लपेटा जाना चाहिए।
क्या घर की लाइटें भी होगी बंद?
लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों (रिटायर्ड) ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में पहले इस तरह की मॉक ड्रिल बहुत आम बात थी। ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान हर घर पर हमला करेगा, उसके पास इसके लिए पैसे या गोला-बारूद नहीं है। आराम से अभ्यास करें, जहां तक ब्लैकआउट की बात है, आपको बस अपनी खिड़कियों पर काली चादरें लगानी हैं और काले पर्दे लगाने हैं। ताकि अगर अंदर थोड़ी भी रोशनी हो, तो ऊपर उड़ रहे विमान उसे न देख सकें। यह एक नियमित बात है, यह एक सामान्य बात है। अधिकारियों के साथ सहयोग करें और अगर आप इन अभ्यासों का सही तरीके से पालन करते हैं तो किसी भी नागरिक को कुछ नहीं होने वाला है।”
