Mission Shakti: अंतरिक्ष में भारत विश्व की चौथी महाशक्ति बन गया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बताया कि भारत ने लो ऑर्बिट में 300 किलोमीटर दूर से एक सैटलाइट को मार गिराया। इस अभियान को ‘मिशन शक्ति’ नाम दिया गया था। प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद ट्वीटर #MissionShakti ट्रेंड करने लगा। सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आने लगीं। काफी संख्या में लोगों ने इसे देश का गौरव बताते हुए वैज्ञानिकों का गुणगान किया और प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद किया।
सोशल मीडिया पर ‘मिशन शक्ति’ पर आने वाली प्रतिक्रियाओं में एक तरफ जहां लोग प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ एक तबका ऐसा है जिसका कहना है कि मोदी जी ने इसके जरिए अपना प्रचार भी कर लिया और आचार संहिता का उल्लंघन भी नहीं होने दिया।
चुनाव प्रचार भी हो गया…
और आचार संहिता भी नहीं टूटी!
— Chowkidar Pratiksha Shah (@iPratikshaShah) March 27, 2019
मिशन शक्ति की इस कामयाबी के साथ ही चुनावी शोरगुल भी तेज हो गया है। मोदी समर्थक अब विपक्ष को इस मुद्दे पर सबूत नहीं मांगने की नसीहत दे रहे हैं।
एक यूजर ने ट्वीट किया कि ‘मिशन शक्ति’ को सफल बनाने के लिए भारतीय वैज्ञानिकों को 9 साल लग गए। लेकिन, सिर्फ पांच मिनट में मोदी ने सारा क्रेडिट ले लिया।
ऐसा नहीं है कि सोशल मीडिया का रुख एकतरफा है। भारी संख्या में लोगों ने देश के वैज्ञानिकों और प्रधानमंत्री मोदी दोनों की तारीफ की है।
बुधवार को ‘मिशन शक्ति’ के पूरे अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया, “भारत ने कुछ ही समय पहले एक अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। भारत दुनिया में अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर अपना नाम दर्ज करा दिया है। अब तक अमेरिका, रूस और चीन को ही यह उपलब्धि थी। अब भारत यह क्षमता हासिल करने वाला चौथा देश है।” प्रधानमंत्री मोदी ने इसके पहले देश की जनता को ट्वीट करके इस सफलता के बारे में बताया। “हर राष्ट्र की अपनी यात्रा में एक ऐस क्षण आता है जो काफी गर्व अनुभव कराने वाला और आने वाली पीढ़ियों के ऊपर प्रभाव छोड़ने वाला होता है। ऐसी ही एक महत्वपूर्ण क्षण आज है। भारत ने सफलतापूर्वक एंटी सैटलाइट (ASAT) मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। #MissionShakti की सफलता के लिए सभी को बधाई।”