भारत की ओर से मानुषी छिल्लर ने 17 साल बाद मिस वर्ल्ड अपने नाम किया है। 108 प्रतियोगियों को पछाड़ मानुषी ने ये गौरव भारत को हासिल कराया। 14 मई 1997 को हरियाणा के झज्जर में जन्मी मानुषी मिस इंडिया के अलावा मिस फोटोजेनिक का भी खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। ये छठा ऐसा मौका है जब भारत के नाम ये खिताब हुआ है। इससे पहले सन् 2000 में आखिरी बार भारत की ओर से प्रियंका चोपड़ा ने मिस वर्ल्ड का खिताब अपने नाम किया था। वर्ष 1999 में यह खिताब भारतीय सुंदरी युक्ता मुखी के नाम हुआ था। साल 1997 में डायना हेडन और 1994 में ऐश्वर्या राय मिस वर्ल्ड बनीं थी। मिस वर्ल्ड बनने वाली पहली भारतीय सुंदरी रीटा फारिया हैं जिन्होंने 1966 में यह खिताब अपने नाम किया था। अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरी क्या ऐसी बात है कि भारत इस खिताब को 17 सालों तक फिर से अपने नाम नहीं कर सका। बता दें कि जब साल 2000 में मिस यूनिवर्स रह चुकीं लारा दत्ता से पूछा गया कि अब इंडिया वर्ल्ड ब्यूटी कॉम्पिटीशन क्यों नहीं जीत पा रही हैं?

इस सवाल के जवाब में लारा ने कहा था कि वर्ल्ड ब्यूटी कॉन्टेस्ट का फॉर्मेट काफी बदल गया है। कॉम्पीटिटर्स को इसी के मुताबिक तैयारी करनी पड़ती है। लारा ने कहा ‘जब मैंने और प्रियंका चोपड़ा ने खिताब जीते थे, तब से लेकर अब तक इस कॉन्टेस्ट का फॉर्मेट काफी बदला है। इंटरनेशनल लेवल पर भी जरूरतें बदलीं हैं और हमें उस हिसाब से खुद को बदलने की जरूरत है। हमारी तैयारी अलग होनी चाहिए। जब हमने खिताब जीता था और अब जिस तरह से कॉन्टेस्ट हो रहा है, चीजें काफी बदल गई हैं।’ 20 साल की मानुषी मेडिकल छात्रा हैं। इस साल मई में उन्होंने मिस इंडिया वर्ल्ड का खिताब जीता था। मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मानुषी के विजेता बनने की घोषणा की गई। ट्वीट में कहा गया है, ‘‘मिस इंडिया वर्ल्ड की विजेता, मिस इंडिया मानुषी छिल्लर हैं।’’ मानुषी इंग्लैंड, फ्रांस, कीनिया और मैक्सिको की प्रतिभागियों के साथ आखिरी पांच दावेदारों में शामिल हुईं। प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर मिस इंग्लैंड स्टेफनी हिल और तीसरे स्थान पर मिस मैक्सिको आंद्रिया मेजा रहीं।