केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी दिल्ली से सटे बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन पिछले कई हफ्तों से जारी है। इस आंदोलन को खत्म करने के लिए सरकार और किसान संगठनों के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई है। लेकिन अबतक कोई बात नहीं बन पाई है। इसी बीच बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की है।

रक्षा मंत्री ने कहा “किसान दिवस पर मैं देश के सभी अन्नदाताओं का अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा का कवच प्रदान किया है। कृषि क़ानूनों को लेकर कुछ किसान आंदोलनरत हैं। सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता के साथ बात कर रही है। मैं आशा करता हूँ कि वे जल्द अपने आंदोलन को वापिस लेगें।” राजनाथ सिंह के इस बयान पर यूजर्स ने उन्हें इस मामले को जल्द सुलझन की सलाह दी है।”

एक यूजर ने लिखा “राजनाथ जी इस मामले को गंभीरता से लिया जाये और जल्द से जल्द सुलझाया जाये। किसान हमारे देश की रीढ़ की हड्डी है।” एक यूजर ने लिखा ” आंदोलन करने वाले किसान नहीं बल्कि किसी पार्टी के लोग हैं उनपर ज्यादा ध्यान न दें।” एक यूजर ने इसे खलिस्थान से जोड़ते हुए लिखा ” ये किसान नहीं ख़ालिस्तानी हैं आप इसको कैसे आंदोलन करने दे सकते हैं। जल्द कुछ करिए।”

बता दें कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस दौरान प्रदर्शनकारी ने बताया,”किसान दिवस पर मैं मोदी सरकार को एक ही बात बोलना चाहता हूं कि कृषि कानूनों को वापस लेकर हमें आज ये गिफ्ट में दें क्योंकि अबका किसान पढ़ा-लिखा है उन्हें इस कानूनों के बारे में पता है।”

सिंघु (दिल्ली-हरियाणा) बॉर्डर पर भी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। यहां प्रदर्शनकारी ने बताया कि जो चिट्ठी सरकार ने भेजी है आज उसका जवाब दिया जाएगा। हम 24 घंटे बात करने के लिए तैयार हैं लेकिन वे बात नहीं करना चाहते क्योंकि उनके मन में खोट है।