टाइम्स नाउ के एडिटर इन चीफ अरनब गोस्वामी को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा संभावित खतरे की पुष्टि के बाद दी गई है। भारतीय सेना की इंटेलिजेंस द्वारा दिए गए सुराग के आधार पर इंटेलिजेंस ब्यूरो ने खतरे को जांचा, जिसके बाद रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी गई। सेना की इंटेलिजेंस ने पाकिस्तान के दो आतंकवादियों के बीच अरनब गोस्वामी को लेकर लंबी बातचीत पकड़ी थी। जिसके बाद आठ पन्नों में उर्दू में लिखी बातचीत गृह मंत्रालय को सौंपी गई। अरबन गोस्वामी को मिलने वाली सुरक्षा जिम्मेदारी महाराष्ट्र सरकार द्वारा उठाई जा सकती है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने महाराष्ट्र डीजीपी से गोस्वामी की 24 घंटे सुरक्षा के लिए 20 पुलिसकर्मियों की मांग की है। अरनब के घर पर और आफिस में चार-चार पुलिस गार्ड तैनात किए जाएंगे। गोस्वामी को अपने कार्यक्रमों की जानकारी पुलिस को देनी होगी और उनसे मिलने वालों की भी सुरक्षा जांच की जाएगी।
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केन्द्र सरकार द्वारा सुरक्षा कवर पाने वाले अरनब पहले पत्रकार नहीं हैं। उनसे पहले जी न्यूज के सुधीर चौधरी को एक्स कैटेगरी, समाचार प्लस के उमेश कुमार को वाई कैटेगरी और अश्विनी कुमार चाेपड़ा को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है।सरकार की मंजूरी के बाद गोस्वामी की सुरक्षा में 24 घंटे दो पर्सनल सिक्यूरिटी ऑफिसर सहित 20 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। सरकार दो तरह की सुरक्षा प्रदान करती है। एक सुरक्षा पद के आधार पर दी जाती है, वहीं दूसरी धमकी के आधार पर प्रदान की जाती है। पद के आधार पर मिलने वाली सुरक्षा किसी पद पर तैनात व्यक्ति को उसके पद के आधार पर दी जाती है। इसमें केबिनेट मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल हैं। वहीं दूसरी कैटेगरी में किसी को मिली धमकी के आधार पर दी जाती है, इसकी सिफारिश आईबी करती है।
जेड प्लस सुरक्षा के तहत दो एस्कॉर्ट वाहन के साथ 40 सुरक्षाकर्मी, जेड के तहत एक एस्कॉर्ट वाहन के साथ 30 सुरक्षाकर्मी, वाई के तहत 20 सुरक्षाकर्मी और एक्स के तहत चार सुरक्षाकर्मी मिलते हैं।