पैलेट गन का शिकार हुई लड़की से मिलने पहुंची जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कलेजा मुंह को आ गया। इंशा से मिलने के बाद महबूबा मुफ्ती ने कहा,’मैं 14 साल की बच्ची इंशा को मिलने गई हॉस्पिटल में, जब मैंने उसको देखा तो कलेजा मुंह को आ गया। उन्होंने कहा कि जो लड़की (इंशा) डॉक्टर बनना चाहती थी, पीड़ित बन गई। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पैलेट गन का शिकार हुई इंशा को इलाज के लिए दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया था।

रविवार को पीड़ित से मिलने पहुंची महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मुझे लगता है कि क्या मेरी सरकार ने गलती की है, तीन महीने के अंदर ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई। डॉक्टरों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़की की आंखों को रोशनी वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि फिर से देखने के लिए अगर बच्ची के आंखें ट्रांसप्लांट भी करनी पड़ी तो भी राज्य सरकार पूरा समर्थन करने के लिए तैयार है।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में स्कूल में पढ़ने वाली इंशा मलिक पैलेट गन का शिकार हो गई थी। बता दें कि पैलेट गन के इस्तेमाल को लेकर बहस जारी है। पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में मिलने पहुंचे दल ने भी घाटी में पैलेट गन के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग की थी। बता दें कि 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में लगातार हिंसा जा रही है।