एक डॉक्‍युमेंट्री फिल्‍म निर्माता ने टीवी पत्रकार विनोद दुआ पर यौन शोषण व कदाचार के आरोप लगाए हैं। “MeToo” आंदोलन के तहत 53 वर्षीय महिला ने फेसबुक पोस्‍ट में आपबीती बयां की है। इसके अनुसार, अलग-अलग मौकों पर दुआ ने एक ‘भद्दा मजाक’ किया, ‘चेहरे पर हावी’ हो गए और ‘पीछा’ करते रहे। पीड़‍िता ने द इंडियन एक्‍सप्रेस से बातचीत में कहा, ”मैंने इस बारे में अपने भाई और दो वकील दोस्‍तों से बात की, लेकिन शिकायत दर्ज नहीं कराई क्‍योंकि मुझे नहीं लगता कि इस मामले को कानूनी रूप से आगे ले जाया जा सकता है। मुझे पता था कि हम बलात्‍कार जैसे गंभीर अपराधों के लिए अदालत जाते हैं, लेकिन तिरस्‍कार पर मामला कैसे बनता?”

दुआ ‘द वायर’ के कंसल्टिंग एडिटर हैं और ‘जन गण मन की बात’ नाम का एक वीडियो शो होस्‍ट करते हैं। 5 अक्‍टूबर को अपने शो में उन्‍होंने भारत के ‘मीटू’ अभियान पर बात की थी। जब द इंडियन एक्‍सप्रेस ने दुआ से संपर्क किया तो उन्‍होंने कहा, ”मैं अपने वकीलों तथा सहयोगियों से राय-मशवरा कर रहा हूं और जल्‍द ही बयान जारी करूंगा।”

‘द वायर’ के संस्‍थापक संपादकों ने एक बयान में कहा, ”हमने (पीड़‍िता की) फेसबुक पोस्‍ट देखी है जहां उन्‍होंने द वायर के कंसल्टिंग एडिटर, विनोद दुआ पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। दुआ ने आरोप से इनकार किया है। यूं तो मामला दुआ के द वायर से जुड़ने से 26 साल पहले का है,पर हमारी आंतरिक कमेटी ने आरोप का संज्ञान लिया है। हम इस मामले में निष्‍कर्ष की प्रतीक्षा कर रहे हैं।”

जामिया मिलिया इस्‍लामिया से ग्रेजुएट पीड़‍िता एक स्‍वतंत्र डॉक्‍युमेंट्री निर्माता हैं। उनके अनुसार, पहला वाकया जून 1989 में हुआ जब वह एक जॉब इंटरव्‍यू के सिलसिले में दुआ से मिली थीं। उन्‍होंने लिखा, ”मैं आत्‍मविश्‍वास से लबरेज होकर घर से निकली थी, लेकिन इससे पहले कि मैं स्थिर हो पाती, उन्‍होंने एक घटिया सेक्‍सुअल चुटकुला सुनाया।”

पीड़‍िता की फेसबुक पोस्‍ट के अनुसार, ”इंटरव्‍यू के कुछ महीने बाद मुझे वीडियो एडिटर की नौकरी मिल गई। मैं देर रात तक काम करती थी, दुआ बाहर मेरा इंतजार करते रहते। वह मेरा पीछा कर रहे थे। यह सेलफोन आने से बहुत पहले की बात है। उन्‍हें कैसे पता था कि मैं देर से छूटती हूं, अगर उन्‍होंने मेरे ऑफिस में किसी से मेरे शेड्यूल के बारे में नहीं पूछा होगा?”

अपने फेसबुक पोस्‍ट में पीड़‍िता ने लिखा है, ”एक रात जब मैं पार्किंग में आई तो वह (दुआ) वहां थे। वह मुझसे बात करना चाहते थे और मुझसे कार में बैठने को कहा। मैं यह सोचकर कि वह अपने व्‍यवहार के लिए खेद जताना चाहते हैं, कार में बैठने लगी। इससे पहले कि मैं स्थिर हो पाती, वह मेरे चेहरे पर हावी होने लगे। मैं किसी तरह बाहर निकली और अपने ऑफिस की गाड़ी में बैठ वहां से निकल गई।”

पीड़‍िता का फेसबुक पोस्‍ट वायरल हो गया है।

पीड़‍िता ने अपने एक और पोस्‍ट में विनोद की बेटी व कॉमेडियन मल्लिका दुआ को निशाना न बनाए जाने की अपील की है। उन्‍होंने लिखा, ”मुझे नहीं लगता कि अपने पिता की हरकतों के लिए मल्लिका दुआ जिम्‍मेदार हैं लेकिन मुझे उम्‍मीद हैं कि वह मुझसे उसी रूप में सहानुभूति रखती होंगी जैसे उन्‍होंने बाकी महिलाओं संग रखी है।”