जमीयत उलेमा-ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा शाही ईदगाह मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद पर कहा कि यह मामला लोकल है, इसे नेशनल नहीं बनाना चाहिए। दरअसल एंकर ने उनसे सवाल किया क्या मथुरा और काशी हिंदू समाज को देने पर आपका समाज सोच सकता है? उन्होंने कहा कि इन जगहों पर फैसला लोकल स्तर पर हो, इसे राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा न बनाया जाये। मदनी ने कहा कि मथुरा व काशी के मामले में हम अभी कुछ नहीं कहेंगे।
बता दें कि महमूद मदनी एबीपी के कार्यक्रम ‘प्रेस कांफ्रेंस’ में एंकर के सवालों का जवाब देते हुए यह बातें कहीं। कार्यक्रम में एंकर ने सवाल किया कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर सर्वे का जो वीडियो आया सामने आया है, उसमें तमाम ऐसे निशान मिलते हैं, कि वहां हिंदू धर्म का मंदिर रहा होगा। इसपर आप क्या कहना चाहते हैं?
मदनी ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज में झगड़ों को सुलझाने के दो तरीके होते हैं। एक तो समझौता है और दूसरा कोर्ट का रास्ता है। लेकिन यहां पर लोग मुर्गे लड़ा रहे हैं। ऐसे में हमने फैसला किया है कि जो सुलझाने का सही तरीका है, उसे अपनाया जाये, बाकी तरीकों से बचा जाए। मदनी ने ज्ञानवापी सर्वे की तस्वीरों पर कहा कि अगर इस मामले में समझौता हो तो सबसे बढ़िया नहीं तो कोर्ट का रास्ता बचा ही है।
एंकर ने कहा कि मस्जिद के नीचे का बेस मंदिर जैसा दिखाई देता है। इसपर मदनी ने कहा कि हमने फैसला किया है कि टीवी चैनलों पर, सड़कों पर, सार्वजनिक जगहों पर इसके बारे में बहस नहीं होनी चाहिए।
वहीं एंकर ने पूछा कि अगर नुपूर शर्मा के बयान के बाद नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा उनपर कार्रवाई करते तो मुसलमानों में अच्छा संदेश जाता? मदनी ने कहा कि बिल्कुल मुसलमानों में अच्छा मैसेज जाता। मुस्लिम शुक्रिया अदा करते।
मदनी से इसी कार्यक्रम के रैपिड फायर राउंड में एंकर ने पूछा कि देश संविधान से चलना चाहिए या शरीयत से? मदनी ने कहा, “देश संविधान से से चलूंगा लेकिन मैं शरीयत को मानूंगा। संविधान को मानने के लिए किसी के डंडे ने नहीं बल्कि मेरी शरीयत ने मजबूर किया है, और मैं मानूंगा। अगर मैं शरीयत को नहीं मानता तो संविधान को भी नहीं मानता।”
वहीं लाउडस्पीकर की आवाज पर मदनी ने कहा कि यह लोगों की पसंद पर है। अगर पड़ोसियों को इससे ऐतराज है तो मस्जिद के अंदर तक ही आवाज रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मजहब का इस्तेमाल किसी को तकलीफ पहुंचाने के लिए नहीं होना चाहिए।