25 लाख लीटर पानी लेकर एक 50 वैगन वाली ट्रेन बुधवार सुबह लातूर पहुंच गई। यह ट्रेन महाराष्‍ट्र के सांगली जिले के मिराज से मंगलवार को रवाना हुई थी। ट्रेन 342 किमी का सफर पूरा करने के बाद सूखे की मार झेलते लातूर शहर पहुंची। यही ट्रेन इससे पहले नौ बार लातूर आ चुकी है। हर फेरे में ट्रेन पांच लाख लीटर पानी लेकर आई। लातूर शहर के मेयर अख्‍तर मिस्‍त्री, म्‍यूनिसिपल कमिश्‍नर सुधाकर तेलंग, स्‍थानीय नेता, आम लोग और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ट्रेन के स्‍वागत की पूरी तैयारी की थी। ‘जलदूत’ नाम की यह ट्रेन करीब 5 लाख लोगों के लिए पानी लेकर पहुंची है।

जलदूत ट्रेन को चलाने का पहला प्रयोग 11 अप्रैल को हुआ था। मिराज से लातूर के बीच सिंगल लाइन होने की वजह से ट्रेन को क्‍लीयरेंस का समस्‍या झेलनी पड़ी। हालांकि, बाद में रेलवे ने यह सुनिश्‍च‍ित किया कि आगे क्‍लीयरेंस में कोई दिक्‍कत न हो। सेंट्रल रेलवे के शोलापुर डिविजन ने यह सुनिश्चित किया कि ट्रेन के परिचालन में किसी तरह की दिक्‍कत न हो। वहीं, पुणे डिविजन ने मिराज रेलवे स्‍टेशन पर वैगनों में पानी भरवाना सुनिश्चित कराया। पुणे डिविजन के ऑपरेशनल मैनेजर कृष्‍नात पाटिल ने कहा कि मानसून तक हर रोज 50 वैगन वाली ट्रेन चलाने की योजना है। 50 वैगन वाली ट्रेन 25 लाख लीटर पानी लेकर जाएगी। पानी की यह मात्रा 450 टैंकरों के बराबर है।