Manipur Violence News: मणिपुर के जिरी नदी में एक महिला और दो बच्चों के शव मिलने के बाद राज्य के शांत माने जाने वाले जिरिबाम इलाके में शनिवार को एक बार फिर हिंसा भड़क गई। यह हिंसा जिरिबाम से होते हुए राजधानी इंफाल तक आ गई। हिंसक भीड़ ने सीएम एन बिरेन सिंह के निजी घर तक को निशाना बनाने की कोशिश की और इलाके में प्रॉपर्टी और वाहनों तक को आग के हवाले कर दिया।

दरअसल, राजधानी इंफाल पश्चिम में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरु हो गए। इस भीड़ ने राजनेताओं के घरों को निशाना बनाया। सीएम एन बिरेन सिंह के मंत्रियों के ठिकानों तक को निशाना बनाया गया। इसके चलते प्रशासन ने अनिश्चितकालीन समय के लिए कर्फ्यू लगा दिया है।

मणिपुर के कई जिलों में फैली हिंसा की आग

मंत्रियों और विधायकों को बनाया निशाना

शनिवार को भीड़ ने जिरीबाम से लेकर इंफाल तक में कई बीजेपी नेताओं के आवासों को निशाना बनाया। इतना ही नहीं, सीएम एन बिरेन सिंह के दामाद राजकुमार इमो सिंह और इंफाल सरकार में मंत्री खुरई विधायक एल सुसीद्रो को निशाना बनाया गया है।

बीजेपी के उरीपोक से विधायक रघुपति सिंह, पटसोई विधायक सपा कुंजाकेश्वर और थांगमेइबंद विधायक के जॉयकिसन सिंह और निर्दलीय विधायक सपाम निशिकांत के घरों को निशाना बनाया गया है। इन नेताओं के घरों पर संपत्ति और वाहनों तक को आग के हवाले कर दिया है।

सुरक्षाबलों ने सीएम आवास से भीड़ को खदेड़ा

जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात भीड़ ने इम्फाल के हीनगांग में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के निजी आवास पर भी हमला करने की कोशिश की। हालांकि उस समय वे वहां मौजूद नहीं थे। सुरक्षा बलों ने भीड़ को पीछे धकेल दिया, जिन्होंने खाली गोलियां और आंसू गैस के गोले दागे। उनके आवास तक जाने वाले हाईवे पर जलते हुए टायर बिछाए गए थे।

मणिपुर की नदी में मिला महिला और दो बच्चों का शव

इंफाल के पूर्वी और पश्चिमी दोनों जिलों समेत सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं दो दिनों के लिए बंद कर दी गई हैं। प्रभावित क्षेत्रों में मध्य मैतेई बहुल घाटी के सभी पांच जिले शामिल हैं। वहीं कुकी बहुल समुदाय वाले जिलों कांगपोकपी और चुड़ाचांदपुर में भी भारी हिंसा देखने को मिली थी।

विधायक के आवास पर हमला, फर्नीचर भी जलाया

इंफाल के सागोलबंद में आरके इमो के आवास पर भीड़ ने बाहर तैनात सुरक्षा दल पर कब्ज़ा कर लिया और गेट तोड़कर फर्नीचर में आग लगा दी। आग और ज्यादा फैलती, उससे पहले ही फायर ब्रिगेड की टीम ने उस पर काबू पा लिया।

अधिकारियों ने बताया कि विधायक के आवास पर हमला होने के समय वे मौजूद नहीं थे। कुछ ही मिनटों में एक और भीड़ सपम कुंजाकेश्वर के आवास में घुस गई और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और वाहनों में आग लगा दी।

मणिपुर में जारी है हिंसा का दौर

सुरक्षाबलों ने की हवा में फायरिंग

इंडियन एक्सप्रेस ने ख. रघुमणि सिंह, सपाम निशिकांत और ख. जॉयकिसन सिंह के घरों में तोड़फोड़ की घटना भी की। शाम करीब 7 बजे भीड़ ने वाई सुसिंड्रो के घर पर धावा बोल दिया और पत्थरबाजी की, जिसके जवाब में उनके घर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा बलों ने हवा में फायरिंग की।

एक प्रदर्शनकारी ने कहा है कि राजनेताओं ने लोगों को निराश किया है और निर्दोष नागरिकों के जीवन की रक्षा करने में विफल रहने के बाद वे अपनी कुर्सी पर बने रहने के लायक नहीं हैं। शनिवार की रात जिरिबाम में भी आगजनी हुई, जब गुस्साई भीड़ ने हमार समुदाय के सदस्यों की संपत्तियों को आग लगा दी, जिनमें घर और कम से कम एक चर्च भी शामिल था।

जिरीबाम में जातीय विभाजन के दोनों पक्षों में कई मौतों के बाद राजधानी में अराजकता फैल गई है। सोमवार को, एक पुलिस स्टेशन में मीतिस के लिए बने राहत शिविर को कथित तौर पर हथियारबंद लोगों ने निशाना बनाया था, जिसके बाद सीआरपीएफ ने हमार समुदाय के 10 लोगों को गोली मार दी थी।

केंद्र सरकार ने भी किया हस्तक्षेप

शनिवार को केंद्र ने भी हस्तक्षेप किया। एक बयान में केंद्र द्वारा गया गया कि मणिपुर में पिछले कुछ दिनों से सुरक्षा परिदृश्य नाजुक बना हुआ है। संघर्षरत दोनों समुदायों के हथियारबंद उपद्रवी हिंसा में लिप्त हैं, जिसके कारण दुर्भाग्यपूर्ण रूप से लोगों की जान जा रही है और सार्वजनिक व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। सभी सुरक्षा बलों को व्यवस्था और शांति बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। हिंसक और विघटनकारी गतिविधियों में लिप्त होने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।