मणिपुर में हालात सामान्य होने लगे हैं। फिलहाल किसी तरह की हिंसा की कोई खबर सामने नहीं आई है। जिसे देखते हुए सभी जिलों में कर्फ्यू में ढील दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पिछले 24 घंटों में हिंसा की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। इससे स्पष्ट है कि राज्य की स्थिति में सुधार हो रहा है इसलिए बुधवार सुबह 5 बजे से चार घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई है। अन्य 9 प्रभावित जिलों में भी छूट दी जा रही है।

सुबह 5 बजे से 11 बजे तक कर्फ्यू हटाने का आदेश

राज्य में राहत शिविर खाली हो रहे हैं और कर्फ्यू में ढील दी जा रही है। मंगलवार को इंफाल पश्चिम जिला कलेक्टर टी. किरणकुमार ने कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार का हवाला देते हुए बुधवार से क्षेत्र में 6 घंटे, सुबह 5 बजे से 11 बजे तक कर्फ्यू हटाने का आदेश जारी किया। सरकार के प्रवक्ता सपम रंजन ने कहा, “पिछले 48 घंटों में हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। आज लगभग सभी जिलों में चार-पांच घंटे के लिए कर्फ्यू हटा लिया गया। यह राज्य में सामान्य स्थिति लौटने का संकेत है। अगर स्थिति में सुधार जारी रहा तो कर्फ्यू को लंबी अवधि के लिए हटा लिया जाएगा।”

मणिपुर में खाली होने लगे राहत शिविर

हालात सामान्य होता देख राहत शिविरों में फंसे लोगों को सोमवार से स्थानांतरित करना शुरू कर दिया गया था। मंगलवार को भी 6,000 लोगों को स्थानांतरित किया गया। मणिपुर के शिक्षा मंत्री बसंत सिंह के अनुसार, लगभग 35,000 विस्थापित लोगों को राज्य भर में राहत शिविरों में रखा गया था पर अब लगभग 4,000 ही वहां रह रहे हैं।

राज्य सरकार और प्रशासन ने जहां सामान्य स्थिति को देखते हुए धीरे-धीरे वापसी पर जोर दिया, वहीं उन लोगों के लिए जो मैतेई और कुकी के बीच जातीय संघर्ष से विस्थापित हुए थे, घर वापसी जल्द ही संभव नहीं होगी।

गर्मी की छुट्टियों की तारीख बदली

शिक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने भी बच्चों की शिक्षा में आई रुकावट को दूर करने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। राज्य भर के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां मई के अंत में शुरू होनी थीं, अब तारीख बदलकर 4 मई कर दी गई है। ये 30 मई 2023 को समाप्त होंगी। मणिपुर विश्वविद्यालय ने भी 15 मई से 5 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया है।