कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार (30 जून, 2023) को मोइरंग में हिंसा पीड़ितों से मिलने के लिए रिलीफ कैंप का दौरा करेंगे। वह इंफाल से मोइरंग के लिए रवाना हो गए हैं। आज उनकी समान विचारधारा वाले कुछ संगठनों और राजनीतिक दलों से भी मुलाकात है।
मणिपुर में कांग्रेस के अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र ने बताया कि राहुल गांधी आज रिलीफ कैंप में हिंसा के प्रभावित लोगों से मिलेंगे। इसके बाद वह इंफाल में होटल में ही नागरिक समाज संगठन, नागा काउंसिल समेत 10 समान विचारधारा पार्टियों के नेताओं से मुलाकात करेंगे।
आज उनके मणिपुर दौरे का दूसरा दिन है। कल वह यहां पहुंचे थे और जब वह हिंसा प्रभावित चुराचंदपुर में पीड़ितों से मिलने के लिए जा रहे थे, तो उनके काफिले को बिष्णुपुर जिले में रोक दिया गया। पुलिस ने इलाके में अशांति और सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें जिले में प्रवेश नहीं करने दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उनकी सुरक्षा को खतरा है इसलिए वह राहुल गांधी को आगे बढ़ने देने का खतरा नहीं ले सकते हैं। काफी देर की मशक्कत के बाद आखिरकार राहुल गांधी कौ लौटना पड़ा और बाद में उन्होंने चॉपर से चुराचुंदपुर का दौरा किया।
चुराचंदपुर की अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने वहां एक स्कूल और एक कॉलेज में बनाए गए राहत शिविरों में रहने वाले लोगों से बातचीत की। इन राहत शिविरों में लगभग 200 लोग रह रहे हैं। इस बीच जब राहुल गांधी को चुराचंदपुर जाने से रोका गया तो उनके समर्थक नाराज हो गए और उन्होंने काफी बवाल किया और बैरिकेड्स तोड़ने की भी कोशिश की। इस दौरान, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, “मैं मणिपुर के अपने सभी भाइयों-बहनों को सुनने आया हूं। सभी समुदायों के लोग बहुत स्वागत और प्रेम कर रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार मुझे रोक रही है। मणिपुर को मरहम की जरूरत है। शांति हमारी एकमात्र प्राथमिकता होनी चाहिए।” मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा में अब तक 120 लोगों की जान जा चुकी है। मैतई और कूकी समुदाय के बीच जारी तनाव के चलते राज्य में काफी दिनों से पैरामिलिट्री फोर्स तैनात है।