Today Latest News: मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने और उनके साथ छेड़छाड़ का वीडियो सामने आने के बाद गुरुवार को अपहरण और सामूहिक बलात्कार के अपराध के तीन और मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मणिपुर पुलिस ने बताया कि इस तरह अब तक कुल चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। राज्य पुलिस अन्य दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। छापेमारी जारी है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने बृहस्पतिवार को कहा कि भीड़ द्वारा दो महिलाओं को कथित तौर पर निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में उसने मणिपुर सरकार और राज्य के पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किये हैं। एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि वह इस तरह की बर्बर घटनाओं से नागरिकों, खासकर महिलाओं और समाज के कमजोर वर्गों के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए या उठाए जाने वाले प्रस्तावित कदमों के बारे में जानना चाहता है। आयोग ने मणिपुर के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर उनसे चार हफ्ते में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। देश और दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ें जनसत्ता.कॉम।
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DCW चीफ स्वाति मालीवाल ने मणिपुर वायरल वीडियो पर कहा कि मणिपुर की दो लड़कियों के साथ जो भी कुछ हुआ है, वह शर्मनाक है। मणिपुर के सीएम ने कहा है कि यह कोई अलग मामला नहीं है और यह लंबे समय से हो रहा है...एनसीडब्ल्यू को ऐसी गंभीर शिकायतें मिली थीं और उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की है।
उन्होंने कहा, "मैं परसों मणिपुर जाऊंगी और मैं वहां महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न की स्थिति की समीक्षा करूंगी और पता लगाऊंगी कि उन दो लड़कियों की घटना के संबंध में क्या कदम उठाए गए हैं और उन्हें क्या मुआवजा दिया गया है।"
न्यूज एजेंसी ANI द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वीडियो मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों को 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
ये डबल इंजन की सरकार है, मणिपुर के सीएम NCW चीफ के पत्रों का जवाब मुख्यमंत्री नहीं दे रहे हैं। दोनों ही BJP के हैं। वो इस्तीफा देंगे भी क्यों? अटल जी के कहने पर उनके गुरु जी ने भी इस्तीफा नहीं दिया था। ये उन्हीं के नक्शे कदम पर चल रहे हैं।
अरुणाचल प्रदेश युवा कांग्रेस ने मणिपुर की घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए शुक्रवार को ईटानगर में राजीव गांधी भवन के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं ने महिलाओं की गरिमा की रक्षा करने और पूर्वोत्तर राज्य में स्थायी शांति बहाल करने में विफलता का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पुतले फूंके।
देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि एन. बीरेन सिंह की सरकार से हर वर्ग का भरोसा उठ गया है। उन्होंने कहा कि 4 मई की घटना के बारे में वीडियो वायरल होने पर उन्हें पता चला, वह एक गृह मंत्री हैं, उनकी पुलिस और खुफिया विभाग क्या कर रहा है?...यह अनुच्छेद 355 के तहत कार्रवाई करने और फिर सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन लागू करने का मामला है।
AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मणिपुर इस देश का अभिन्न अंग है। मणिपुर जल रहा है। वहां से हैवानियत भरी तस्वीरें और वीडियो सामने आ रही है। सरकार इस विषय पर बहस कराए। सरकार इस बहस से क्यों भाग रही है। मणिपुर और केंद्र में भाजपा की सरकार है, डबल इंजन की सरकार चल रही है मगर सिर्फ डबल हैवानियत नजर आ रही है
'क्या हम महिला नहीं, बंगाल में हुई है बदसलूकी…', फूट-फूट कर रोईं BJP सांसद लॉकेट चटर्जी
पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के दौरान एक भाजपा उम्मीदवार के टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा यौन उत्पीड़न की कथित घटना को याद करते हुए भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि बंगाल में एक के बाद एक घटना घट रही है, मगर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एक महिला होने बाद भी चुप हैं। आप बताइए हम लोग कहां जाएंगे। हम लोग भी महिला हैं और हम चाहते हैं कि हमारी बेटियों को बचाया जाए। मणिपुर की बेटी भी देश की बेटी है, पश्चिम बंगाल भी देश में हीं है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि वायरल वीडियो देखकर लोग निराश है इसलिए सब लोग इसका विरोध कर रहे हैं। हमने पुलिस की तरफ से 4 आरोपियों को पकड़ लिया है और जो भी घटना में शामिल है उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। मेरा काम है मणिपुर में शांति बनाए रखना।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, "मैं पीएम मोदी से पूछना चाहती हूं कि क्या मणिपुर की घटना से आपको थोड़ा भी दुख नहीं हुआ? आप पश्चिम बंगाल पर उंगली उठाते हैं लेकिन क्या आपको बहनों और माताओं से प्यार नहीं है? कब तक बेटियां जलाई जाएंगी, दलित, अल्पसंख्यक मारे जाएंगे, लोग मारे जाएंगे? हम मणिपुर नहीं छोड़ेंगे, उत्तर पूर्वी बहनें हमारी बहनें हैं।"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के बैनर तले केंद्र के खिलाफ सभी प्रदर्शनों का आयोजन करेंगे।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी ने 'बेटी बचाओ' का नारा दिया था, अब आपका नारा कहां है? आज मणिपुर जल रहा है, पूरा देश जल रहा है। बिलकिस बानो मामले में आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया। पहलवान मामले में बृज भूषण सिंह को भी जमानत मिल गई। आने वाले चुनाव में देश की महिलाएं आपको देश की राजनीति से बाहर कर देंगी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि दो महीने से मणिपुर जल रहा है। घरों में आग लगाई जा रही है, आपस में मार-काट की जा रही है। महिलाओं के साथ भयावह अत्याचर हो रहा है। हमारे पीएम ने 77 दिनों तक कोई बयान नहीं दिया। एक्शन लेना छोड़िए एक शब्द नहीं बोला। कल मजबूरी में वीडियो वायरल होने के बाद एक वाक्य बोला और उसमें भी राजनीति कर दी।
राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘आजाद हिंदुस्तान में इस तरह की छवियां हमने नहीं देखी। इस तरह की छवियों से संसदीय लोकतंत्र सुरक्षित नहीं रह सकता। इन छवियों का खात्मा होना चाहिए। इसके लिए आप बयान दें और फिर हम चर्चा करें।’’
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मणिपुर के मामले पर सदन के बाहर बयान देकर संसदीय परंपरा को तोड़ा है। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब संसद का सत्र चल रहा हो तो मंत्री सदन के बाहर बयान नहीं देते। यह परंपरा रही है। लेकिन इस परंपरा को तोड़ते हुए प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में सदन के से बाहर बयान दिया। 80 दिनों के बाद उनकी कुंभकर्ण वाली नींद टूटी, लेकिन वह सदन के बाहर बोले।’’
विपक्षी गठबंधन 'INDIA' के घटक दलों ने संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया कि वह मणिपुर की हिंसा के विषय पर सदन के भीतर बयान दें। विपक्षी दलों का यह आरोप भी है कि सरकार मणिपुर के संदर्भ में प्रधानमंत्री के बयान और चर्चा की उनकी मांग को स्वीकार नहीं कर रही है जिस वजह से दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा कि उनके द्वारा महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लेकर तीन बार संपर्क करने के बावजूद मणिपुर के अधिकारियों से कोई जवाब नहीं मिला।
शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा कि मणिपुर की हिंसा पर यूरोप के संसद में चर्चा हुई, अंतर्राष्ट्रीय मंच पर चर्चा हुई, UN में सवाल खड़े होते हैं लेकिन हमारे सदन में चर्चा नहीं हो रही है। प्रधानमंत्री 80 दिन बाद जवाब दे रहे हैं उससे क्या होता है। 2 महिलाओं को नंगा कर घूमाया जाता है...आप समान नागरिक कानून की बात करते हैं उससे पहले मणिपुर की कानून व्यवस्था की बात करें।
संसद में मणिपुर मामले पर हो रहे हंगामे को देखते हुए डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कहा कि मणिपुर की घटना निश्चित तौर पर बेहद गंभीर है और इसकी गंभीरता को समझते हुए खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि मणिपुर में जो हुआ उसने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। PM ने कहा है कि घटना पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम मणिपुर पर संसद में चर्चा चाहते हैं। मैंने यह सर्वदलीय बैठक में भी कहा था और मैं इसे संसद में दोहराता हूं कि हम मणिपुर पर सदन में चर्चा चाहते हैं। लेकिन मैं देख रहा हूं कि कुछ राजनीतिक दल हैं जो अनावश्यक रूप से यहां ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं ताकि मणिपुर पर चर्चा ही ना हो सके।
संसद के दोनों सदनों में मणिपुर के हालात को लेकर आज फिर हंगामा हुआ। हंगामे के देखते हुए दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक और राज्यसभा की कार्यवाही 2.30 बजे तक स्थगित की गई।
पूर्व CJI और राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई ने कहा कि मणिपुर के वायरल वीडियो पर टिप्पणी करने के लिए कुछ भी नहीं है। यह बहुत दुखद है।
AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मणिपुर हमारे देश का अभिन्न अंग है और वहां जो दरिंदगी की घटनाएं सामने आ रही हैं, उससे पूरे हिंदुस्तान का दिल दहल गया है। केंद्र सरकार नींद से जागे और इस विषय पर चर्चा कराए।
मणिपुर वायरल वीडियो केस में जांच के लिए 12 संयुक्त टीम बनाई गयी। मणिपुर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की टीम बनाई गयी। पुलिस ने 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी मणिपुर में पिछले 77 दिन से अराजकता का माहौल बना हुआ है। अगर ये कहा जाए कि वहां पर सरकार और प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है तो ये गलत बात नहीं है। मानसून सत्र मैं पीएम मोदी का ये दायित्व होना चाहिए कि इस विषय पर वो सदन के समक्ष बोले। सवाल ये है कि पिछले 78 दिन मणिपुर में जो हो रहा है उसका जिम्मेदार कौन हैं? इसलिए विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव के तहत मांग की है कि दोनों सदनों में इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए। हमारी मांग है कि पीएम सदन के बाहर बोल सकते हैं तो सदन के अंदर क्यों नहीं बोल सकते?
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मणिपुर वायरल वीडियो के मामले पर कहा कि FIR 18 मई को दर्ज़ की गई थी और यह जीरो FIR थी। मुझे यकीन है कि पुलिस के पास यह वीडियो था, लेकिन 18 मई से आज तक कार्रवाई किए बिना बेकार बैठे रहे। अब उन्होंने ये एक्शन लिया है क्योंकि वीडियो लीक हो गया है और वायरल हो गया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कल खुद कहा था कि अब तक इसी तरह की लगभग 100 FIR दर्ज़ की गई हैं। अन्य 100 महिलाओं और उनकी FIR के बारे में क्या?
मणिपुर वायरल वीडियो केस में मुख्य आरोपी का घर जलाया गया। उपद्रवियों ने मुख्य आरोपी के घर को आग लगाई।
भारत में अमेरिका के राजनयिक एरिक गार्सेटी ने मणिपुर में जारी हिंसा को भारत का आंतरिक मामला करार दिया और कहा कि इंसानों की पीड़ा देखकर दिल दुखता है। गार्सेटी ने मणिपुर में भीड़ द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने की घटना पर कहा कि मैंने वीडियो नहीं देखा है। मैं पहली बार इसके बारे में सुन रहा हूं। लेकिन जैसा मैंने पहले कहा था, जब भी मानवीय पीड़ा होती है, तो हमारा दिल दुखता है।
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने मणिपुर में जारी हिंसा के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी सरकार को घेरा और पूछा कि वह महिलाओं के खिलाफ सभी अपराधों पर तमाशबीन क्यों बनी हुई है। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी सीट से सपा सांसद डिंपल ने बृहस्पतिवार को एक ट्वीट में कहा, "भाजपा सरकार मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ भयानक अपराधों के अपराधियों के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? भाजपा सरकार महिलाओं के खिलाफ सभी अपराधों के लिए केवल मूकदर्शक क्यों बनी हुई है? भारत की महिलाओं के प्रति भाजपा की मानसिकता क्या है? सरकार अधिकांश महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप क्यों है?''
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर और मनीष तिवारी ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। सांसद की यह भी मांग है कि प्रधानमंत्री को सदन में बोलना चाहिए।
मणिपुर हिंसा पर राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि मैंने DGP को बुलाया था और सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। मैंने उनसे पूछा जिस थाने में इस घटना की FIR दर्ज़ हुई थी वहां कार्रवाई क्यों नहीं हुई? अगर पुलिसवाले दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी।
मणिपुर के मामले में चुप्पी विकल्प नहीं, पढ़ें पूरी खबर
मणिपुर हिंसा पर राज्यपाल ने क्या कहा, देखें वीडियो- https://www.youtube.com/watch?v=7cB3FBeMrrQ