मणिपुर सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) के निर्देश के बाद शनिवार को राज्य में अवैध अप्रवासियों का बायोमेट्रिक डेटा इकट्ठा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के चार अधिकारी इस काम के लिए इंफाल पहुंचे। अधिकारी तीन दिनों तक इंफाल में रहेंगे, इस दौरान वे राज्य के अधिकारियों को ट्रेनिंग देंगे।

बायोमेट्रिक डेटा इकट्ठा करने की प्रक्रिया इंफाल के पूर्वी जिले में सजीवा जेल के पास स्थित विदेशी डिटेंशन सेंटर में म्यांमार के नागरिकों के बायोमेट्रिक डेटा की रिकॉर्डिंग के साथ शुरू हुआ। हिरासत केंद्र में 24 पुरुष, 74 महिलाएं और 6 नाबालिगों सहित 104 कैदी बंद हैं। वे पिछले कुछ सालों में भारतीय क्षेत्र में घुस आए हैं।

मेघालय के मुख्यमंत्री ने की राजनीतिक दलों से पूर्वोत्तर क्षेत्र में दिलचस्पी लेने की अपील

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने राजनीतिक दलों से पूर्वोत्तर क्षेत्र में गहरी दिलचस्पी लेने और यहां के समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने का आग्रह किया है। मणिपुर में हाल की हिंसा के बारे में बोलते हुए, सीएम संगमा ने पूर्वोत्तर के समग्र कल्याण के लिए राज्य में शांति के महत्व पर जोर दिया। संवाद, संचार और चर्चा के महत्व पर जोर देते हुए, उन्होंने मौजूदा मुद्दों का शांतिपूर्ण समाधान खोजने में आशावाद व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों का क्षेत्र का दौरा करने के लिए स्वागत है। सीएम ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वे इन अवसरों का उपयोग न केवल संकट के दौरान, बल्कि अन्य समय में पूर्वोत्तर के लोगों के सामने आने वाली कठिनाइयों को देखने के लिए भी करेंगे। उनका मानना ​​है कि सहयोग और समझ के जरिए क्षेत्र में स्थायी शांति बहाल की जा सकती है।

इससे पहले, मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने मणिपुर आने वाले INDIA गठबंधन के नेताओं से आग्रह किया था कि उन्हें हिंसा प्रभावित पूर्वोत्तर में शांति और व्यवस्था की बहाली में योगदान देना चाहिए। उन्होंने सभी पक्षों और हितधारकों से राज्य को पटरी पर लाने में मदद करने का भी आह्वान किया। वहीं मणिपुर से लौटने के बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि लोगों ने वहां हमारा स्वागत किया। एनडीए गठबंधन और प्रधानमंत्री मोदी को भी मणिपुर का दौरा करना चाहिए।