Manipur President Rule: मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने गुरुवार को लोगों से लूटे गए अवैध हथियार और गोला बारूद को वापस करने की अपील की है। राज्यपाल ने कहा है कि इन हथियारों को लौटाना मणिपुर में शांति स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
राज्यपाल ने कहा है कि मणिपुर के घाटी और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों ने पिछले 20 महीनों में काफी परेशानियां झेली हैं। उन्होंने सभी समुदायों- विशेषकर घाटी और पहाड़ के युवाओं से अपील की है कि वे स्वेच्छा से आगे आएं और लूटे गए और अवैध रूप से रखे गए हथियारों और गोला बारूद को अगले 7 दिनों के अंदर निकटतम पुलिस स्टेशन, चौकी या सुरक्षा बलों के पास जमा कर दें और यह अवधि 20 फरवरी से शुरू हो रही है।
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राज्यपाल की ओर से जारी किए गए आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि लोग अगर 7 दिन के अंदर हथियारों को लौटा देंगे तो उनके खिलाफ किसी भी तरह की सजा देने वाली कार्रवाई नहीं की जाएगी। राज्यपाल ने सख्त लहजे में कहा है कि अगर 7 दिनों के अंदर हथियार और गोला बारूद को नहीं लौटाया जाता है तो सख्त एक्शन लिया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा है कि सरकार हालात का शांतिपूर्ण समाधान सुनिश्चित करने और युवाओं के भविष्य की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा है कि हम सब को मिलकर एक उज्जवल भविष्य के लिए अपने राज्य को फिर से खड़ा करना है।
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हिंसा की चपेट में रहा मणिपुर
बताना होगा कि मणिपुर लंबे वक्त तक हिंसा की चपेट में रहा। राज्य में मैतेई और कुकी-जो समुदायों के बीच हुई हिंसा के बाद लंबे वक्त तक यहां कर्फ्यू जैसे हालात रहे और इस दौरान कई लोगों ने पुलिसकर्मियों और सुरक्षा बलों से उनके सरकारी हथियार और गोला बारूद लूट लिये थे। मैतेई और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 250 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
मणिपुर में लगातार जारी हिंसा के बीच 9 फरवरी को एन. बीरेन सिंह ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था।
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