मणिपुर में राजभवन की ओर कूच करने का प्रयास कर रहे छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प होने के बाद फिलहाल यहां स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। मणिपुर की राजधानी में मंगलवार दोपहर को लगाया गया कर्फ्यू फिलहाल जारी है। राज्य में अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिसकर्मी इंफाल में लगातार गश्त कर रहे हैं। इन सबके बीच एक 12 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है।

12 साल की Licypriya Kangujam जो तिमोर लेस्ते की विशेष दूत हैं और एक भारतीय जलवायु कार्यकर्ता भी हैं, ने मणिपुर में चल रहे संकट के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर अपनी बात रखी है। युवा कार्यकर्ता ने अपने वीडियो में सीधे प्रधानमंत्री से अपील की कर उनसे मणिपुर में हुई हिंसा और अशांति को संबोधित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया।

सोशल मीडिया पर पोस्ट किए अपने वीडियो के साथ Licypriya ने लिखा, “प्रिय प्रधानमंत्री जी! मणिपुर में रोज रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन हमलों से लोग मर रहे हैं और आप विदेश दौरे, ढोल बजाने और चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।”

मणिपुर में पिछले 16 महीनों से फैली अशांति

उन्होंने आगे लिखा, “मणिपुर में पिछले 16 महीनों से चल रही हिंसा में अब तक 300 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 70,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं, जिनमें 30,000 बच्चे भी शामिल हैं और आप एक दिन भी वहां नहीं जा सके। मणिपुर के लोगों को आपका ऐसे नजरंदाज करना दयनीय है।”

एक्टिविस्ट ने लिखा, “आप मणिपुर को दूसरे देश का हिस्सा तो मानते हैं लेकिन भारत का हिस्सा नहीं। केंद्र सरकार के इस रवैये से मणिपुरी लोगों को लगता है कि भारत से मणिपुर का औपनिवेशिक युग ख़त्म हो जाएगा।”

Licypriya ने लिखा, “आप इतिहास के सबसे घृणित नेता हैं जो अपने ही व्यक्ति की रक्षा करने में विफल रहे, जो मणिपुर के साल भर के संघर्ष में शांति नहीं ला सकते लेकिन जो यूक्रेन में शांति लाने की कोशिश करते हैं। आप यूक्रेन युद्ध को भारत के अपने ही राज्य मणिपुर में पिछले 16 महीने से चल रहे युद्ध से भी ज्यादा गंभीरता से लेते हैं।”

इंफाल में हमला

कार्यकर्ता ने आगे लिखा, “4 दिन पहले इंफाल में कुकिस द्वारा किए गए ड्रोन हमलों में एक युवा मां की उसकी नाबालिग बेटी के सामने मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। आपने उनके खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई की है? और परसों, कुकियों द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल से पूर्व सीएम आवास मोइरांग में एक हिंदू भगवान सेवारी (अरंगफाम) की हत्या कर दी गई।”

Licypriya Kangujam ने लिखा, “कल भारत को तोड़कर कुकीलैंड नामक नया देश बनाने की लड़ाई लड़ रहे म्यांमार से आए कुकी आतंकवादियों ने जिरीबाम में एक निर्दोष वृद्ध की सोते समय हत्या कर दी। लेकिन जब इंफाल में कुकियों को अपमानित किया गया तो आपने तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की।”

मणिपुर के हालात के लिए जिम्मेदार कौन?

एक्टिविस्ट ने लिखा, “आप आईटीएलएफ, कुकी इन, सीओटीयू, केएसओ इत्यादि जैसे कुकी आतंकवादी संगठनों के लिए नई दिल्ली में उनके कुकीलैंड ज़ोमी ध्वज के साथ दूतावास जैसा कार्यालय खोलने की भी अनुमति देते हैं, जो इंफाल में हाल के ड्रोन और मिसाइल हमलों में शामिल हैं।”

उसने आगे लिखा, “आपका यह पक्षपातपूर्ण रवैया स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि केंद्र सरकार क्षेत्र में अस्थिरता लाने के लिए दोनों समुदायों के बीच किसी छिपे हुए एजेंडे के तहत यह संकट पैदा करती है। मणिपुर में आज के रक्तपात के लिए आप जिम्मेदार हैं। मेरा आपसे एक सवाल है कि आप कब तक मणिपुरी लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते रहेंगे? हम अब शांति चाहते हैं। अभी कदम उठाएं।”

क्या हैं मणिपुर के हालात?

मणिपुर में मंगलवार को राजभवन की ओर कूच करने के दौरान छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई थी। मणिपुर सरकार ने मंगलवार शाम एक संशोधित आदेश जारी करके कहा था कि छात्रों के उग्र आंदोलन के मद्देनजर इंटरनेट सेवा राज्य के केवल पांच जिलों में निलंबित रहेगी। मणिपुर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और राज्य के सुरक्षा सलाहकार को पद से हटाने की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए प्रदर्शनकारी छात्रों ने राजभवन की ओर कूच करने का प्रयास किया था।

पुलिस ने बताया कि इंफाल के ख्वाइरामबंद और काकवा नाओरेम लेइकाई इलाकों में प्रदर्शनकारी छात्रों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया जिसके चलते उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। एक छात्र संगठन ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़प में 55 से अधिक छात्र घायल हो गए और उन्हें रिम्स (रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस) अस्पताल में भर्ती कराया गया है।