कांग्रेस से सस्पेंड किए गए वरिष्ठ नेता मणि शंकर अय्यर का मानना है कि अगर बीजेपी को 2019 के लोकसभा चुनावों में हराकर उन्हें सत्ता से बाहर फेंकना है तो कांग्रेस और असदुद्दीन औवेसी की पार्टी को एक साथ चुनाव लड़ना होगा। यह बात मणि शंकर अय्यर ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कही। मणि शंकर अय्यर ने कहा “बीजेपी का तमिलनाडू में कोई महत्व नहीं है। बीजेपी केवल वहां टहल रही है। वे बिन बुलाए मेहमान हैं। 2014 में हुए चुनावों के बाद बीजेपी देश की सत्ता पर इसलिए आई क्योंकि यूपीए और गैर-बीजेपी पार्टियां पूरी तरह से बिखर चुकी थीं। इसी का फायदा बीजेपी को मिला और वह सत्ता में आई।”
उन्होंने कहा कि 2004 और 2009 के चुनावों की बात करें तो कांग्रेस भी सत्ता में आई और औवेसी की सरकार भी बनी। अगर बीजेपी को सत्ता से हटाना है तो 2019 के लोकसभा चुनावों में औवेसी समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों को एक साथ जुटकर बीजेपी के खिलाफ लड़ना होगा। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में मणि शंकर अय्यर के अलावा कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी, तेलंगाना राष्ट्र समिती के सासंद बी विनोद कुमार, सीपीआई के जनरल सेक्रेटरी एस सुधाकर रेड्डी, तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष डॉक्टर के लक्ष्मण, बीजेपी प्रवक्ता कृष्ण सागर राव भी मौजूद थे। इस सेशन का टाइटल भगवा और दक्षिण: क्या दोनों मिलेंगे? रखा गया था। इस सेशन का नेतृत्व वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई कर रहे थे।
BJP has absolutely no significance in my home state, Tamil Nadu: Mani Shankar Aiyar#SouthConclave18
LIVE: https://t.co/tj9yqTQNKX pic.twitter.com/kitjk150Se— IndiaToday (@IndiaToday) January 18, 2018
राजदीप ने दिनेश गुंडू राव से पूछा कि क्या कर्नाटक बीजेपी का 20वां शासित राज्य बनेगा। इसका जवाब देते हुए दिनेश गुडू ने कहा “बीजेपी वह पार्टी है जो कि कर्नाटक में बेताब हो रही है। उन्हें नहीं पता कि क्या करना है क्योंकि वे हमें काम, विकास और प्रदर्शण के आधार पर निशाना बना पाने में सक्षम नहीं हैं, इसलिए वे केवल घृणा का एजेंडा चला रहे हैं। बीजेपी ने कर्नाटक के कई भागों में हिंदू और मुस्लिमों की हत्या करवाई है।”