Zomato का खाना लेने से इंकार करने वाले शख्स अमित शुक्ला की परेशानी बढ़ सकती है। दरअसल पुलिस ने जोमैटो में उसका रिकॉर्ड खंगाला है, जिसमें पता चला है कि अमित ने पूर्व में मांसाहारी खाना भी मंगवाया था और तब उसकी डिलिवरी एक गैर-हिंदू डिलिवरी ब्वॉय ने ही की थी। हालांकि तब उसने इस पर कोई आपत्ति नहीं जतायी थी। जबलपुर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हमने एक नोटिस जारी किया है, जो अमित शुक्ला को भेजा जाएगा।
इस नोटिस में पुलिस ने अमित को चेतावनी दी है कि यदि इस तरह का कृत्य दोबारा दोहराया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस उस पर नजर रख रही है। बता दें कि बीते मंगलवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर में रहने वाले अमित शुक्ला नामक शख्स ने फूड डिलिवरी एप जोमैटो पर खाने का ऑर्डर दिया था। जब खाने कि डिलिवरी एक गैर-मुस्लिम युवक द्वारा की गई तो उसने सावन की वजह से खाना लेने से मना कर दिया।
इसके बाद अमित ने ट्वीट कर लिखा कि ‘अभी अभी मैंने जोमैटो का एक ऑर्डर रद्द किया है। उन्होंने मेरा खाना गैर-हिंदू व्यक्ति के हाथ भेजा और कहा कि वे इसे न तो बदल सकते हैं और न ही ऑर्डर रद्द कर पैसा वापस कर सकते हैं। मैंने कहा कि आप मुझे खाना लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकते हैं। मुझे पैसा वापस नहीं चाहिए, बस ऑर्डर रद्द करो।’
इस पर जोमैटो ने इस ट्वीट के जवाब में लिखा कि ‘खाने का कोई धर्म नहीं होता। खाना खुद एक धर्म है।’ जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि “हम भारत पर गर्व करते हैं और हमारे सम्मानित ग्राहकों और भागीदारों की विविधता पर भी। हमें अपने मूल्यों के रास्ते में आने वाले किसी भी ग्राहक को खोने का खेद नहीं है।” वहीं कंपनी के इस रुख सोशल मीडिया पर लोग खूब समर्थन कर रहे हैं।