नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) अब असदउद्दीन ओवैसी की आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) से जुड़े होने का दावा करने वाले शख्स से पूछताछ करेगी। इस्लामिक स्टेट का हितैषी होने के आरोप में पकड़े गए एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट ने कहा था कि उसने पश्चिम बंगाल में MIM की सदस्यता लेने के लिए उस शख्स से संपर्क किया था। 19 साल के आशिक अहमद को मार्च में हुगली से गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि उसने जांचकर्ताओं को बताया कि वह MIM की सदस्यता के लिए हसीकुल इस्लाम से मिला था। आशिक ने बताया, ”मेंने अपने दोस्तों शेख रजा, अलिफ मलिक और सद्दाम के साथ मिलकर सदस्यता पाने की कोशिश की। मैंने बंगाल में MIM के टॉप लीडर हसीकुल से संपर्क किया। हालांकि बाद में मैंने यह विचार त्याग दिया।” आशिक उन दो दर्जन युवकों में से एक हैं जिन्हें NIA ने इस्लामिक स्टेट द्वारा प्रायोजित जूनूद-अलखलीफा-फिल-हिंद की स्थापना करने की कोशिश के आरोप में अरेस्ट किया है। अबू-बकर-अल-बगदादी के प्रभाव में आने से पहले आशिक घंटों फेसबुक पर बिताया करता था। वहीं से वह AIMIM नेता होने का दावा कर रहे शख्स के संपर्क में आया।
इस संबंध में इकॉनमिक टाइम्स से बात करते हुए ओवैसी ने कहा, ”हमने पश्चिम बंगाल में किसी को नियुक्त नहीं किया है और वहां पर AIMIM का कोई आधिकारिक फेसबुक अकाउंट भी नहीं है। अगर किसी ने हमारे नाम का गलत इस्तेमाल किया है, तो कानून अपना काम करेगा। जहां तब गिरफ्तार किए गए बच्चे का सवाल है, मैं उसके या उसके दावों के बारे में कुछ नहीं जानता। मैंने हमेशा इस्लामिक स्टेट की निंदा की है और कहा कि वे मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं।”
इससे पहले, ओवैसी ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी उन पांच IS संदिग्धों को कानूनी सहायता प्रदान करेगी, जिन्हें पिछले महीने एनआईए ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया था।
