पंजाब के बठिंडा में एक पिता ने सात महीने की बेटी से दुराचार करने वाले नाबालिग के हाथ काट दिए। आरोपी इन दिनों जमानत पर था। उसे गंभीर हालत में बठिंडा के सिविल अस्पताल भर्ती कराया गया है। जहां से उसे फरीदकोट रेफर कर दिया गया। फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। आपको बता दें कि सात महीने की बच्‍ची के साथ बलात्‍कार की घटना 2014 में हुई थी।

आरोप के मुताबिक, थाना नंदगढ़ के एक गांव के नजदीक ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूर की सात महीने की बेटी से दुराचार किया गया था। मामला तब से अदालत में विचाराधीन था। मंगलवार को आरोपी बठिंडा अदालत में पेशी पर पहुंचा। इसी बीच पीड़ित बच्ची का पिता अदालत परिसर पहुंचा और उसे डरा-धमका कर अपनी बाइक पर बिठा लिया। वह उसे अपने साथ गांव झुंबा ले गया। वहां उसने आरोपी को पेड़ से बांधकर उसकी दोनों बाजू काट डालीं। इसके बाद उसे मरा हुआ समझकर फरार हो गया। घटना की सूचना मिलने पर थाना नंदगढ़ प्रभारी बलविंदर सिंह और डीएसपी आर चंद्र सैनी मौके पर पहुंचे और घायल लड़के को अस्‍पताल में दाखिल कराया।

बच्ची से बलात्कार के आरोपी परमिंदर सिंह के दोनों हाथ काटने वाले पम्मा को बुधवार बठिंडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह जिला मुक्तसर में गांव कोटली अबलू का रहने वाला है। परमिंदर ने अप्रैल, 2014 में पम्मा की महज 7 महीने की मासूम बेटी के साथ बलात्कार किया था। मंगलवार को बठिंडा की रामा मंडी अदालत में इसी मामले की सुनवाई होनी थी, जिसके लिए दोनों अदालत पहुंचे थे, पर सुनवाई नहीं हो पाई थी।

दूसरी ओर पम्मा को अपने किए पर कोई अफसोस नहीं, बल्कि उसे दुख इस बात का है कि परमिंदर जिंदा है। उसने बताया कि वह अरसे से बदला लेने के सही मौके की फिराक में था और उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं। बलात्कार की वारदात के समय परमिंदर 15 साल का था।