पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 18 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। यह पत्र उन्होंने अलग-अलग राज्यों में फंसे बंगाल के मजूदरों की मदद के लिए लिखा है। कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया है। जिसके चलते देश के अलग-अलग हिस्सों में कई मजदूर अपने घरों से दूर अलग राज्यों में फंस गए हैं।

ममता ने सभी मुख्यमंत्री से अपील की है की बंगाल के कई मजदूर देश के अलग-अलग राज्यों में काम के सिलसिले में हैं। लॉकडाउन के कारण वे वापस अपने राज्य वापस नहीं आ सकते। संकट के इस दौर में आप उन्हें शरण दें और खाना और स्वास्थ्य सुविधा देने का कष्ट करें। ममता के अलावा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपने राज्य के लोगों को लेकर चिंता जताई है। सोरेन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दिल्ली में फंसे झारखंड के लोगों की मदद करने को कहा था।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले सभी लोगों की मदद की जाएगी। उन्होंने सोरेन को भरोसा दिलाया है कि दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में फंसे झारखंड के मजदूरों को तत्काल उचित मदद पहुंचायी जाएगी।

कोरोनावायरस के बारे में बात करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का उल्लेख करते हुए इस बात की जानकारी दी।


केजरीवाल ने कहा “मैं पिछले कुछ दिनों में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और ममता दीदी द्वारा सोशल मीडिया पर भेजे गए संदेश को देखा है। उन्होने दिल्ली में फंसे उनके राज्य के लोगों को मदद पहुंचाने का अनुरोध किया है।”

केजरीवाल ने कहा कि मैं उन सभी को बताना चाहता हूं कि दिल्ली की सीमाओं के अंदर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का ध्यान रखा जाएगा। वे हमारी जिम्मेदारी हैं और हमारे लोग हैं। वे झारखंड, बिहार, यूपी, तमिलनाडु, केरल, या किसी अन्य स्थान से संबंधित हो सकते हैं, लेकिन वे अभी दिल्ली में हैं और उनका खयाल रखा जाएगा। उन्हें उनकी चिंता नहीं करनी चाहिए।