Mamata Banerjee Kolkata Rally: लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को मात देने को लेकर शनिवार (19 जनवरी, 2019) को कोलकाता में यूनाइटेड इंडिया रैली हुई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी द्वारा आयोजित इस बैठक में विपक्ष से लगभग 22 दलों के दिग्गज नेता पहुंचे। पूर्व केंद्रीय मंत्रियों से लेकर कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री भी विपक्षी एकजुटता वाली इस रैली में शामिल हुए, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती नहीं आए।
महारैली के अंत में सीएम ममता ने कहा, “देश में नई शुरुआत करने के लिए हम सब मिलकर काम करेंगे। मोदी सरकार के कार्यकाल में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) सरीखे संस्थानों की साख को नुकसान पहुंचाया गया।” बकौल ममता, “त्याग का नाम है हिंदू, ईमान का नाम है मुसलमान, प्यार का नाम है इसाई, सिखो का नाम है बलिदान। ये हमारा प्यारा हिंदुस्तान। केंद्र में नई सरकार बनेगी। अब उन लोगों की एक्सपायरी डेट आ चुकी है। ये लोगों का फैसला है। उनका (बीजेपी) एक ही मुद्दा है कि दंगा कराओ, फसाद कराओ। पर हम बंगाल में रथ यात्रा के नाम पर उन्हें दंगा फसाद नहीं करने देंगे।”
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राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नारा दिया कि मोदी भगाओ, देश बचाओ। उन्होंने कहा कि उन लोगों ने हमारे पिता को जेल भिजवाया। लेकिन हम सब एक हैं। हमारी अनेकता भी एकता है।
बिहार में पटनासाहिब लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि चौकीदार चोर है। बकौल शॉटगन, 'अगर सच कहना बगावत है, तो हमें भी बागी समझिए। मैं सच के साथ हूं और सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं कर सकता हूं।'
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित यूनाइटेड इंडिया रैली के बीच गुजरात के सिलवास्सा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक जनसभा की। उन्होंने उस दौरान विपक्षी दलों की एकता पर निशाना साधा। कहा- जब लोकतंत्र का गला घोंटने वाले लोकतंत्र को बचाने की बात करते हैं, तो देश के मुंह से निकलता है 'वाह क्या बात है'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाषण में सबसे पहले यूपीए अध्यक्ष का संदेश सुनाया। कहा- आगामी चुनाव इस विश्वास से होंगे कि देश में फिर से लोकतंत्र की स्थापना हो। बकौल खड़गे, "न खाऊंगा, न खाने दूंगा...नारा देने के बाद आप कॉरपोरेट कंपनियों के मालिकान, अपने दोस्तों को मोटा मुनाफा पहुंचाया। किसान, दलित मर रहे। बेरोजगारी बढ़ रही है,"
एनसीपी के नेता शरद पवार ने कहा, "आप लोगों के इस एकता के प्रदर्शन ने आज हममें उम्मीद जगाई है। मैं ममता बनर्जी को इस बैठक का आयोजन करने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगा।" इससे पहले, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा- हमारा एक मिशन है। हम देश को बचाना चाहते हैं। लोकतंत्र बचाना चाहते हैं। उनके मुताबिक, बीजेपी कर्नाटक सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों में जुटी है। ऐसे में अगर वह ओछी हरकत करेगी, तो उसे भारी कीमत चुकानी होगी।
बकौल केजरीवाल, "बीजेपी के नेता सोशल मीडिया पर गंदी गालियां देते हैं और पीएम हैं कि उन लोगों को फॉलो करते हैं। पाकिस्तान भारत को तोड़ना चाहता था। 70 साल में जो पाकिस्तान नहीं कर पाया, वह पांच साल में मोदी-शाह ने वह कर दिखाया। इस जोड़ी ने देश के लोगों को आपस में लड़ाया।"
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पांच साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी ने बड़े-बड़े वादे कर लोगों से वोट लिए। लेकिन आज उन्हें पूरा करना तो दूर, देश में नौकरी नहीं है। किसान ठोकर खा रहे हैं। वे आत्महत्या कर रहे हैं। उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। पर मोदी के दोस्तों की बीमा कंपनियां हजारों करोड़ का मुनाफा कमा रही हैं।
ममता बनर्जी की महारैली में पार्टी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के पहुंचने को लेकर बीजेपी के सांसद राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि कुछ लोग बीजेपी का ठप्पा महज इसलिए इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि वे सांसदों को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ पा सकें।
यूनाइटेड इंडिया रैली में शनिवार दोपहर को उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा- बीजेपी और पीएम मोदी ने देश में सिर्फ नफरत और निराशा फैलाई है। जो बात बंगाल से चलेगी, वह देश में दिखाई देगी। जनता तय करेगी कि हमारे गठबंधन में कौन पीएम बनेगा। हमारा गठबंधन जनता के साथ है। हमारी जिम्मेदारी है कि बीजेपी का चुनाव में खाता न खुले।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने ममता बनर्जी को राजनेताओं के लिए रोल मॉडल बताया। उनके मुताबिक, क्षेत्रीय पार्टी बड़ी ही मजबूती के साथ उभर कर आ रही हैं। वह अपने राज्य के लोगों के साथ जुड़कर अपने सूबे के हितों को सुरक्षित रख सकती हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि मोदी सरकार ने देश में लोगों को धर्म के आधार पर विभाजित किया। जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति के केंद्र ही जिम्मेदार है। मोदी सरकार ने कश्मीरियों की ब्रांडिंग गद्दारों के रूप में की। अब्दुल्ला के मुताबिक, "विभाजनकारी सरकार को हराने के लिए हमारा साथ आना जरूरी है।"
वहीं, डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा, मई में होने वाला लोकसभा चुनाव देश का दूसरा स्वतंत्रा आंदोलन होगा। पीएम जहां भी जाते हैं, वह विपक्ष पर निशाना साधते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि वह विपक्ष से घबराए हैं। यही वजह है कि वह हमें बुरा-भला कह रहे हैं। वह हमारी एकता से डरे हैं। ऐसे में हमें देश को बचाने के लिए आगे आना चाहिए।
बसपा सांसद सतीश मिश्रा ने कहा, "बीजेपी लोगों से वोट पाने के लिए झूठ बोल रही है। देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। किसान, मजदूर, अल्पसंख्यक और दलित को देश में सताया जा रहा है।"
ममता बनर्जी द्वारा कोलकाता में शनिवार को आयोजित की गई महारैली में समर्थकों ने बढ़-चढ़ कर टीएमसी और विपक्षी दलों की मोदी सरकार के खिलाफ होने वाली मोर्चेबंदी का समर्थन किया। देखिए कितने अनोखे अंदाज में लोगों ने इस रैली का समर्थन किया।
बीजेपी में राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने ममता की महारैली की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट कर कहा- सभी भ्रष्ट नेता पीएम मोदी के खिलाफ एकजुट हुए हैं। लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि इन भ्रष्ट नेताओं और देश विरोधी लोगों के गैंग से निपटने के लिए देश की जनता पीएम के पीछे खड़ी है।
राज्यसभा सांसद और कांग्रेसी नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि बादल छंट रहे हैं। ऐसे में 22 राजनीतिक दलों का इंद्रधनुष मिलकर बन रहा है। ये गठबंधन का समय है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस इंद्रधनुष में रंग जरूर अलग हैं। यह देश की तरह विविधता का जोतक है। इसमें प्रांत, भाषा और विचारधारा अलग हैं। फिर भी वह एक है, क्योंकि बादल छंट रहे हैं। आप महागठबंधन को नाम कुछ भी दे लें, लेकिन आज इसका समय आ चुका है।
पूर्व सांसद शरद यादव ने कहा कि मौजूदा समय में ऐसी कोई सरकारी संस्था नहीं बची है, जिसे नरेंद्र मोदी सरकार ने बर्बाद न किया हो। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसलों पर जुबानी वार करते हुए कहा कि हिंदुस्तान में आज तक ऐसी सरकार नहीं हुई, जिसने इतना झूठ बोला हो। ये मोदी भी जान चुके हैं कि उनकी पकड़ हिल चुकी है। हालांकि, वह सत्ता में रहने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। ऐसे में हमारा एक होना जरूरी है। हमारा एक लक्ष्य होना चाहिए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि हम सब यहां देश के पीएम को हटाने के लिए एकजुट हुए हैं। लेकिन हमारे सामने मोदी मुद्दा नहीं है। मुद्दे, मुद्दा हैं। हम मुद्दों को मुद्दा बनाएंगे। देश की आर्थिक व्यवस्था चौपट हो चुकी है। आजादी के बाद यह पहली सरकार है, जो आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ करती है। यह उन्हें बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है। जनता को भुलावे में रखने की कोशिशों में जुटी है। सिन्हा के मुताबिक, "कश्मीर का हल गोली से नहीं प्यार की बोली से होगा।"
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता हेमंत सोरेन ने कहा है, "देश जिस तरीके से चलाया जा रहा है, वह बेहद खतरनाक है। हम लोग केंद्र ही नहीं बल्कि राज्यों से भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार की पार्टी को उखाड़ फेंकेंगे।" वहीं, पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने यूनाईटेड इंडिया रैली में भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, "यह बैठक देश के संविधान को बचाने के लिए हो रही है। हम मिलकर इस देश को बचाएंगे।"
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता जयंत चौधरी ने कहा- आज जो बंगाल सोच रहा है, वह कल पूरा देश सोचेगा। ममता दीदी ने आज ये सबको दिखा दिया है। वहीं, मिजोरम के लालडुहावमा ने कहा, "हम केंद्र में धर्मनिरपेक्ष सरकार चाहते हैं।"
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगॉन्ग अपांग भी शनिवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की महारैली में शामिल हुए। उन्होंने कहा, 'बीते चार सालों से भारतीय लोकतंत्र का टेस्ट लिया जा रहा था।' बता दें कि हाल ही में अपांग ने बीजेपी से अपना नाता तोड़ लिया था।
यूनाइटेड इंडिया रैली कुछ ही देर में शुरू होने वाली है। कोलकाता स्थित कार्यक्रमस्थल पर इसके लिए तैयारियां की जा चुकी हैं। सीएम ममता मौके पर मौजूद हैं, जबकि मेहमान और विपक्षी दलों के दिग्गज नेताओं का आना जारी है। कुछ ही क्षणों पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और डीएमके चीफ एमके स्टालिन कार्यक्रमस्थल पर आए। उनका स्वागत करने और उन्हें मंच तक लाने के लिए खुद ममता आगे आईं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी कोलकाता में सुबह लगभग 11 बजे विपक्ष की होने वाली 'यूनाईटेड इंडिया' महारैली के कार्यक्रमस्थल पर पहुंचीं। वहीं, सियालदाह स्टेशन के बाहर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने ममता के समर्थन में नारेबाजी की।