यह एक नए तरह के अपराध की कहानी है। इसका शिकार शख्स हफ्ते भर बाद भी सदमे से नहीं उबर सका है। लेकिन, उसने बड़ी हिम्मत करके अपने साथ हुई अमानवीय हरकत को दुनिया के सामने लाने की गुजारिश की है, ताकि पुलिस-प्रशासन अपराधियों की ओर से पेश इस नई चुुनौती से निपटने के लिए तैयार हो और आम लोग सतर्क होकर ऐसे गिरोहों से बच सकें। पीड़ित शख्स ने हमें एसएमएस के जरिए आपबीती बताई है। हम यहां पीड़ित का नाम सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं। हम उनका एसएमएस हू-ब-हू बता रहे हैं:
“मैं 2.8.16 को विशाखापट्टनम से पटना के लिए एर्नाकुलम एक्सप्रेस में शाम 7.15 बजे S6-49 में बैठा। रात 12 बजे के आसपास 3 लोग आए। पहला व्यक्ति Berth no. 55 (Side Lower) पर बैठा, दूसरा Berth no. 54 (Upper) पर लेट गया और तीसरा व्यक्ति Berth no. 49 और 52 के बीच में नीचे लेट गया। मेरे Compartment में सारे लोग सो रहे थे, मुझे नींद नहीं आ रही थी। इसलिए मैं Mobile पे गाना सुन रहा था। अचानक नीचे लेटा व्यक्ति मेरी पैंट की जिप खोलने लगा। जैसे ही मैंने विरोध किया, Berth no. 54 पर लेटेे व्यक्ति ने मेरे ऊपर पिस्तौल तान दी और चुप रहने को कहा। नीचे लेटे व्यक्ति ने मेरे साथ मुख मैथुन कर मेरा Sperm अपने मुंह में जमा किया और एक प्लास्टिक के डब्बे में रख कर ले गए । मैं काफी Shocked था, उन लोगों के जाने के बाद मैंने बोगी के लोगों को इस घटना की जानकारी दी। मैं इस घटना से खुद को बाहर नहीं निकाल पा रहा हूँ, क्या करूं? मैं कुछ सोच नहीं पा रहा हूँ और काफी परेशान हूं। जहां तक हो सके ये मामला जोर-शोर से उजागर हो तो अच्छा है, जिससे हमारे देश के नागरिक ऐसे लोगों से सावधान हो सकेंं और ऐसी किसी घटना का शिकार ना हो सकेंं।”
इस शख्स की आपबीती ट्रेन में सफर करने वाले करोड़ों लोगों के लिए बड़े खतरे की घंटी है और रेल प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती भी। हो सकता है, ऐसी घटना पहले भी किसी के साथ हुई हो, पर किसी पीड़ित ने सामने आने की हिम्मत नहीं की हो। अब अगर एक पीड़ित सामने आया है तो पुलिस-प्रशासन को इसकी सच्चाई का पता लगाना चाहिए और ऐसे अपराधियों को जड़ से खत्म करना चाहिए।
भारत में ट्रेन में इस तरह का अपराध बिल्कुल नया ट्रेंड है। वैसे जापान में ट्रेन में सेक्स अटैक का मामला सामने आया था। इस मामले में अप्रैल 2015 में तेत्सुआ फुकदा नाम के एक अधेड़ की गिरफ्तारी हुई थी। उसने 2011 से करीब सौ बार सेक्स अटैक किया था। वह ट्रेनों में मुसाफिरों पर स्पर्म छिड़कता था। पकड़े जाने पर उसने बताया कि उसे ऐसा करने में मजा आता था। उसकी गिरफ्तारी एक स्कूली लड़की की स्कर्ट पर पड़े स्पर्म के छीटों की डीएनए सैंपल जांच के आधार पर हुई थी।