प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे  के कुछ दिनों बाद मालदीव के एक मंत्री के ट्वीट ने सोशल मीडिया पर विवाद पैदा कर दिया है। सबसे छोटे केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में पीएम मोदी की यात्रा को पर्यटन को बढ़ावा देने के एक कदम के रूप में देखा जा रहा है। पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर लोगों को राय दी कि वह अगर घूमने के इच्छुक हैं तो लक्षद्वीप को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल कर सकते हैं। पीएम के इस दौरे पर मालदीव की एक मंत्री ने टिप्पणी करविवाद खड़ा कर दिया है, मंत्री ने पीएम मोदी को ‘विदूषक’ और ‘इजरायल की कठपुतली’ कहा है। इस मामले पर अब भारतीय उच्चायोग ने भी आपत्ति जताई है।

मालदीव के मंत्री ने ऐसा क्या कहा? 

जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया पड़ोसी देश मालदीव में बड़ा हंगामा मच गया है, यहां तक की मालदीव की एक मंत्री ने पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का उपयोग किया है। युवा अधिकारिता, सूचना और कला उप मंत्री मरियम शिउना ने पीएम मोदी की तस्वीरों पर टिप्पणी करते हुए उन्हें ‘विदूषक’ और ‘इजरायल की कठपुतली’ कहा है। ऐसा माना जा रहा है कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद पिछले कुछ महीनों में भारत-मालदीव संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं।

मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति ने जताई आपत्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मालदीव की ओर से टिप्पणी का जवाब देते हुए पूर्व राष्ट्रपति नशीद ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मालदीव सरकार की अधिकारी मरियम शिउना ने एक प्रमुख सहयोगी के नेता के प्रति कितनी घटिया भाषा का इस्तेमाल किया है, वो नेता जो मालदीव की सुरक्षा और समृद्धि के लिए अहमियत रखता है. मोहम्मद मुइज्जू सरकार को इन टिप्पणियों से खुद को दूर रखना चाहिए और भारत को स्पष्ट आश्वासन देना चाहिए कि उनके बयान सरकार की नीति को नहीं दर्शाते हैं।”

मालदीव और लक्षद्वीप में मिनिकॉय द्वीप से बमुश्किल 70 समुद्री मील और मुख्य भूमि के पश्चिमी तट से 300 समुद्री मील की दूरी है। और हिंद महासागर के माध्यम से चलने वाले वाणिज्यिक समुद्री मार्गों के केंद्र पर इसका स्थान इसे महत्वपूर्ण रणनीतिक महत्व देता है। ऐसे में यह विवाद जाहिर है। मालदीव के मंत्री की टिप्पणी के बाद भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स ने मालदीव घूमने का बहिष्कार करने और लक्षद्वीप घूमने की बातें लिखी।