मालदा हिंसा के 11 दिन बाद भी पश्चिम बंगाल पुलिस के हाथ खाली है। वैसे इस मामले में 11 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन हिंसा के चार प्रमुख आरोपियों से पुलिस अब तक पूछताछ भी नहीं कर पाई है। इनके नाम हैं- अताउल्ला शेख, अब्दुर रउफ, अशदुर बिश्वास और राजू मुराल। जानकारी के मुताबिक, अताउल्ला शेख ‘इदारा ए शरिया’ का चेयरमैन है। मालदा में 03 जनवरी को जिस रैली के दौरान हिंसा हुई थी, उसे अताउल्ला ने ही बुलाया था। वहीं, अब्दुर रउफ कालियाचक की सीपीएम नेता शैफाली खातून का पति है। उस पर भीड़ एकत्रित करने का आरोप है। तीसरा आरोपी- अशदुर बिश्वास तृणमूल कांग्रेस का नेता है। वह कालियाचक में टीएमसी के ऑब्जर्वर की भूमिका निभा रहा था, जबकि चौथे आरोपी राजू मुराल पर हिंसक भीड़ का नेतृत्व करने का आरोप है।
मालदा के एएसपी अभिषेक मोदी ने बताया कि अताउल्ला शेख, अब्दुर रउफ, अशदुर बिश्वास और राजू मुराल में से अताउल्ला और रउफ का नाम एफआईआर में दर्ज है। अभिषेक मोदी ने बताया कि हमें सूचना मिली है कि अशदुर और राजू भी हमले में शामिल थे। राजू फरार है, जबकि अशदुर को हमने अभी तक पूछताछ के लिए नहीं बुलाया है। एएसपी ने यह भी बताया कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, जिसके जरिए कुछ और संदिग्धों की पहचान की जा रही है।
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‘इंडियन एक्सप्रेस’ को मिली जानकारी के मुताबिक, अताउल्ला चांदपुर का रहने वाला है। उसके परिवार के सदस्यों ने बताया कि अताउल्ला 3 जनवरी को हुई हिंसा की घटना के बाद से ही घर नहीं आया है। उसे डर है कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकती है। पुलिस स्टेशन पर हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं है। हमारे घर रोज पुलिस आती है और उसके बारे में पूछती है। वहीं, जब शैफाली शातून से संपर्क किया गया तो उसने रउफ के बारे में बताया कि वह क्षेत्र सम्मानित व्यक्ति है। उसके ऊपर कोई आरोप नहीं है। वह सिर्फ विरोध प्रदर्शन के दौरान वहां मौजूद था। पुलिस स्टेशन पर हमले के किसी वीडियो में वह दिख रहा है क्या? शैफाली ने आरोप लगाया कि यह सब तृणमूल कांग्रेस का किया धरा है। वहीं, तृणमूल नेता अशदुर बिश्वास, जो नर्सिंग होम चलाते हैं, उन्हें पुलिस ने अभी तक पूछताछ के लिए भी नहीं बुलाया है।
आपको बता दें कि हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी ने कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक बातें कही थीं, जिसके बाद मालदा में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस स्टेशन पर हमला बोल दिया था और कई वाहनों को आग लगा दी थी। बाद में कमलेश तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
